रायपुर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षक भर्ती को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विश्वविद्यालय ने हाल ही में अतिथि शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया, जिसमें वर्तमान में पढ़ा रहे शिक्षकों की जगह को रिक्त बताया गया है। इन शिक्षकों से कहा गया है कि वे पुनः चयन प्रक्रिया में भाग लें। इस पर आपत्ति जताते हुए शिक्षकों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है।

अतिथि शिक्षकों का कहना है कि वे पिछले 9 वर्षों से लगातार पढ़ा रहे हैं और उच्च शिक्षा विभाग की गेस्ट फैकल्टी पॉलिसी के तहत उन्हें वरीयता दी जानी चाहिए। शिक्षकों का यह भी तर्क है कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय जैसे अन्य संस्थानों ने पॉलिसी का पालन करते हुए पुराने अतिथि शिक्षकों को बिना नई प्रक्रिया के नियुक्त किया है।

इस मुद्दे पर उच्च शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने कहा कि विभाग द्वारा निर्धारित पॉलिसी का पालन अनिवार्य है। यदि नियमों में किसी प्रकार की अनियमितता पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों ने कुलपति से भी मिलकर 6 सूत्रीय मांगें रखी हैं।