Korea Police उभय लिंगी व्यक्ति के अधिकार एवं संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन

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Korea Police उभय लिंगी व्यक्ति के अधिकार एवं संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन

Korea Police कोरिया। पुलिस अधीक्षक कोरिया त्रिलोक बंसल के मुख्य आतिथ्य में जिला कोरिया एवं मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में उभयलिंगी व्यक्ति के अधिकार एवं संरक्षण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सोमवार को रक्षित केंद्र बैकुंठपुर के कांफ्रेंस हाल में किया गया।

Korea Police कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक ने अपने उद्बोधन में कहा कि तृतीय लिंग समुदाय को महिला, पुरुष वर्ग के समान ही समस्त संवैधानिक मौलिक अधिकार प्राप्त हैं, समाज में तृतीय लिंग के सदस्यों को मान्यता देते हुए महिला, पुरुष के समान ही उनके समस्त मौलिक अधिकार संरक्षित रखना आवश्यक है।

Korea Police थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुए कहा की यदि तृतीय लिंग का सदस्य प्रार्थी अथवा आरोपी किसी भी रूप में थाने में आए तो उनके साथ किसी प्रकार का भेदभाव ना रखा जावे एवं उन्हें समाज का एक अभिन्न अंग मानते हुए व्यवहार किया जावे।

Korea Police कोरिया पुलिस द्वारा संचालित समर्थ अभियान सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत ट्रांसजेंडर के हितों के संरक्षण हेतु व्यापक अभियान चलाया जावे ताकि इस समुदाय को यह महसूस हो कि वह भी समाज के अंग हैं और उन्हें समाज में पूरा सम्मान एवं जगह प्राप्त है।

Korea Police कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि के रूप में तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड की सदस्य सुश्री विद्या राजपूत ने दैनिक जीवन निर्वहन के दौरान तृतीय लिंग को आने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनके हितों के संरक्षण हेतु कहा कि धारा 377 विशिष्ट रूप से लैंगिक उत्पीड़न के साथ जुड़ी हुई धारा है जिसका दुरुपयोग कर अक्सर तृतीय लिंग के व्यक्तियों के विरुद्ध प्रताड़ना अथवा शारीरिक शोषण का मामला दर्ज कराया जाता है, तृतीय लिंग के लोगों के विरुद्ध इस धारा का दुरुपयोग ना हो यह सुनिश्चित किया जावे। ट्रांसजेंडर को संबोधित होने वाले नाम छक्का, मामू व हिजड़ा जैसे अशोभनीय शब्दों का प्रयोग नहीं किया जावे।

तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड की सदस्य एवं विशिष्ट अतिथि सुश्री रवीना बरिहा ने तृतीय लिंग के ऊपर होने वाले अपराध एवं उसमें निहित दंड से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने तृतीय लिंग के अधिकारों के संरक्षण हेतु धारा 18 के तहत विविध कानूनी संरक्षण प्रदान किए हैं, जिसके अंतर्गत किसी ट्रांसजेंडर को जीवन सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, निवास एवं नियोजन जैसे अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है, सभी प्रकार के सार्वजनिक जगह में जाने एवं उपयोग करने का पूर्ण अधिकार है एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति को घर गांव या अन्य किसी भी प्रकार के सार्वजनिक स्थल को छोड़ने हेतु मजबूर नहीं किया जा सकता, साथ ही शारीरिक मानसिक एवं भावनात्मक रूप से इन्हें प्रताड़ित नहीं किया जा सकता है।

मितवा संकल्प समिति रायपुर के सदस्य देव जी ने एक ट्रांसजेंडर की पूरी जीवन दास्तां का विस्तार पूर्वक वर्णन किया एवं बताया कि समाज में किस तरह से उनके साथ बर्ताव होता था कई अवसरों एवं स्थानों पर उन्हें थर्ड जेंडर होने के नाते अपमानित होना पड़ता रहा परंतु समाज में अब जागरूकता का संचार हो रहा है जिससे कि तृतीय लिंग भी सम्मान के साथ अपना जीवन यापन करने की राह पर अग्रसर हो रहे हैं।

कार्यक्रम में अतिरिक्त अधीक्षक कोरिया रोहित कुमार झा ने कहा की उभय लिंगी व्यक्ति के अधिकार एवं संरक्षण हेतु हम निरंतर सजग हैं, अगर किसी भी प्रकार से किसी ट्रांसजेंडर के अधिकारों का हनन होता है तो विधिवत सख्त कानूनी कार्यवाही की जावेगी।

जिला कोरिया ट्रांसजेंडर संघ की अध्यक्ष सुश्री सानू खान अपने साथियों के साथ कार्यशाला में उपस्थित रहीं जिन्होंने बताया कि हमारे यहां की पुलिस का साथ एवं सहयोग हमको निरंतर मिल रहा है।

उक्त कार्यशाला के दौरान अनुविभागीय पुलिस अधिकारी मनेंद्रगढ़ राकेश कुर्रे, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय बैकुंठपुर श्याम मधुकर, डीएसपी अजाक नेल्सन कुजुर के साथ जिला कोरिया एवं मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के विभिन्न थाना क्षेत्रों से आए थाना, चौकी/ सहायता केंद्र, रक्षित निरीक्षक, यातायात एवं साइबर सेल प्रभारी के साथ पुलिस के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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