तोमर बंधुओं का सफर: अंडे के ठेले से सूदखोरी के साम्राज्य तक, जानें पूरी डिटेल

रायपुर। उत्तर प्रदेश मूल के वीरेंद्र सिंह तोमर उर्फ रूबी तोमर तथा रोहित सिंह तोमर भाइयों ने रायपुर में छोटे अपराधों से शुरुआत कर सूदखोरी रंगदारी तथा ब्लैकमेलिंग का विशाल नेटवर्क खड़ा किया। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र तथा हिस्ट्रीशीटर रोहित ने पीड़ितों से मूलधन से कई गुना ब्याज वसूलकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। पुलिस कार्रवाई के बाद वीरेंद्र की गिरफ्तारी हो गई जबकि रोहित अब भी फरार है।

शुरुआती जीवन और अपराध में प्रवेश

दोनों भाई मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वालेें हैं तथा रायपुर में 2000 के दशक में आए। वीरेंद्र ने समता कॉलोनी में 2008 में अंडे का ठेला लगाकर शुरुआत की तथा छोटे स्तर पर ब्याज पर पैसे उधार देने लगा। शुरू में 500-1000 रुपये दिए जाते थे। कुछ वर्षों बाद ऑटो रिक्शा चलाने लगे तथा सूदखोरी को व्यवस्थित धंधा बनाया।

2006 में वीरेंद्र ने एक कारोबारी पर चाकू से हमला किया तथा जेल गया। जेल में अन्य राज्यों के अपराधियों से मुलाकात के बाद सूदखोरी का विस्तार किया। रोहित गोल्डमैन के नाम से कुख्यात हुआ तथा दोनों ने परिवार की महिलाओं को भी धंधे में शामिल किया।

अपराधों का विस्तार और प्रमुख मामले

भाइयों के खिलाफ 16 से अधिक मामले दर्ज हैं जिनमें मारपीट ब्लैकमेलिंग रंगदारी हत्या की कोशिश अवैध हथियार तथा छत्तीसगढ़ ऋणियों संरक्षण अधिनियम उल्लंघन शामिल हैं। रोहित निगरानी गुंडा बदमाश है तथा उसके खिलाफ राजेंद्र नगर तेलीबांधा पुरानी बस्ती कोतवाली गुढ़ियारी में 12 से ज्यादा केस हैं।

एक पीड़ित करण सोनी ने 2017-18 में 10 लाख कर्ज लिया तथा 1.16 करोड़ वसूले गए। दुकान बेचकर शहर छोड़ा फिर भी धमकियां मिलीं। गजानंद सिंह से 15 लाख पर 50 लाख से अधिक वसूले तथा धमकी भरी कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई।

31 मई 2025 को रोहित ने प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला पर बाउंसरों के साथ जानलेवा हमला किया। जून 2025 में सात मामले दर्ज हुए तथा दोनों 2 जून से फरार हो गए।

संपत्ति जब्ती और पुलिस कार्रवाई

4 जून 2025 को भाठागांव साई विला पर छापे में 37 लाख नकद 734 ग्राम सोना 125 ग्राम चांदी नोट गिनने की मशीन अवैध हथियार लक्जरी गाड़ियां तथा करोड़ों के दस्तावेज जब्त हुए। आयकर तथा नगर निगम ने संयुक्त रेड की।

पुलिस ने 5-5 हजार रुपये इनाम घोषित किया। भतीजा दिव्यांश तथा पत्नियां गिरफ्तार हुईं। हाईकोर्ट ने नवंबर 2025 में अग्रिम जमानत खारिज की तथा चार संपत्तियों की कुर्की का आदेश दिया।

वीरेंद्र की गिरफ्तारी और वर्तमान स्थिति

8 नवंबर 2025 को ग्वालियर के विंडसर हिल से वीरेंद्र गिरफ्तार हुआ। वह सहयोगी के घर छिपा था तथा बनियान-लोअर में पकड़ा गया। पुलिस उसे रायपुर ला रही है तथा कोर्ट में पेश करेगी। रोहित फरार है तथा उसकी तलाश जारी है। पूछताछ से रोहित के ठिकाने की उम्मीद है।

तोमर बंधुओं का मामला रायपुर में सूदखोरी के खिलाफ पुलिस की सख्ती का प्रतीक बन गया है तथा पीड़ितों में राहत की लहर है।

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