कांकेर, छत्तीसगढ़ में हुए बड़े नक्सली इनकाउंटर के संबंध में आज उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। विजय शर्मा ने जवानों के हौसले की तारीफ की, कहते हुए कि जवानों ने जो हौसला दिखाया, वह शानदार था। उन्होंने इसे सफलता का शानदार उदाहरण माना और कहा कि इस समय की सबसे बड़ी सफलता जवानों को मिली है।
विजय शर्मा ने इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा। गृहमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुखद है, और उन्होंने भूपेश बघेल को फर्जी दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा कि जवानों को गोली लगी है, क्या यह गलत है? हथियार मिले तो क्या यह गलत है? यह बहुत दुर्भाग्यजनक है। उन्होंने कहा कि जब हत्याएं होती हैं, तो ये लोग कहते हैं कि ये लोग कहते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांकेर नक्सली मुठभेड़ पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस मुठभेड़ को फर्जी बताया है। पूर्व सीएम बघेल ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में नक्सलियों का फर्जी इनकाउंटर होता है। अभी चार महीनों में ऐसे मामलों में वृद्धि हुई है। पुलिस द्वारा बस्तर में भोले भाले आदिवासियों को डराया जाता है। उन्होंने कहा कि कवर्धा जिले में पुलिस द्वारा आदिवासियों को डराया धमकाया जा रहा है और गिरफ्तार करने की धमकी दी जा रही है।
इस घटना पर मुख्यमंत्री ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हर चीज में इनको प्रश्न चिन्ह खड़ा नहीं करना चाहिए। इन्ही लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक पर भी सवाल उठाये थे। यह घटना तो उनके ही प्रदेश की है, कैसे सवाल उठा सकते हैं। अगर यह घटना किसी भी तरह से फर्जी है तो उसको प्रमाणित करें।
वहीं गृहमंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, भूपेश बघेल कांकेर के एनकाउंटर को फर्जी बता रहे मैं चैलेंज करता हूं आप साबित करके दिखाइए और नहीं साबित कर सकते तो माफी मांगिए CRPF, BSF, DRG के जवानों से, बस्तर फाइटर्स से और नहीं तो जनता माफ नही करेगी आपको, हर विषय में राजनीति ठीक नहीं।
यह घटना उस समय की युवा पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि राजनीतिक वाद-विवाद के बावजूद, सरकारी और सुरक्षा एजेंसियों के साथीत्व और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में देशवासियों की एकजुटता और विश्वास बनाए रखना आवश्यक है। इससे पहले के तरीके से, यहाँ नक्सलियों के खिलाफ सरकारी और सुरक्षा बलों के साथीत्व का उदाहरण है, जो सुरक्षा और समृद्धि के मामलों में सजीव सहयोग की महत्वता को दर्शाता है।