रायपुर। छत्तीसगढ़ महतारी के अपमान के विरोध में जोहार छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ क्रांति सेना द्वारा किए गए रायपुर बंद के आह्वान का असर शहर में नहीं दिखा। रायपुर में ज्यादातर दुकानें खुली रहीं और व्यापार सामान्य रूप से चलता रहा। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी इस बंद को समर्थन देने से इनकार कर दिया।

पुलिस ने एहतियात के तौर पर संगठन के प्रमुख नेता अमित बघेल समेत सभी कार्यकर्ताओं को चंद्राकर हॉस्टल हाउस अरेस्ट किया। इसके बाद बघेल ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान हर कीमत पर बरकरार रखा जाएगा।
अमित बघेल का बयान
जनधारा से खास बातचीत में बघेल ने कहा कि VIP चौक में छत्तीसगढ़ महतारी की कांसे की मूर्ति जल्द स्थापित की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी समाज या उनके पुरखों का अपमान नहीं किया गया है। बघेल ने कहा, “छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी बोलना जरूरी है, यह हमारी अस्मिता की भाषा है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महतारी के अपमान और “पागल” की गिरफ्तारी के पीछे एक सुनियोजित साजिश है। साथ ही उन्होंने चैंबर ऑफ कॉमर्स के कुछ पदाधिकारियों को “बाहरी” बताते हुए कहा कि वे छत्तीसगढ़ की भावनाओं को नहीं समझते।
फिलहाल पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। वहीं, बघेल ने दोहराया कि वे छत्तीसगढ़ी अस्मिता और महतारी के सम्मान के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
 
	
 
											 
											 
											 
											