Jashpur news-बैंक मैनेजर ने दोस्तों के साथ मिलकर 2 ग्रामीणों के आहरण किए थे लाखों रुपए

 औरंगाबाद से दबोच लाई पुलिस

(दिपेश रोहिला)

पत्थलगांव । विगत 8 वर्षों से धोखाधड़ी के मामले में फ़रार आरोपी बैंक मैनेजर को जशपुर पुलिस औरंगाबाद महाराष्ट्र से दबोच लाई है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार के तात्कालीन बैंक मैनेजर अनुराग दास का कृत्य अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से 2 ग्रामीणों के नाम पर 5 लाख 60 हजार रुपए के केसीसी ऋण का आहरण कर लिया गया था।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीड़ित गांझू राम नागवंशी व दिल साय नाग ने थाना बागबहार में शिकायत दर्ज कराई कि जनक यादव जोकि निवासी माटीपहाड़, गंगा यादव निवासी कुकरीचोली, पीताम्बर यादव निवासी छातासराई , दनार्दन यादव निवासी छातासराई, मुरलीधर यादव निवासी छातासराई के द्वारा गांझू राम नागवंशी से वर्ष 2013-14  में राशन कार्ड में बीस हजार रु सरकारी पैसा मिल रहा है, बोलकर उसके राशन कार्ड व वोटर आईडी कार्ड को मांग लिया गया था। व तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार, अनुराग दास के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर केसीसी ऋण 3 लाख 10 हजार रुपए को स्वीकृत कराकर गांझू राम नागवंशी को सरकारी पैसा 20  हजार रुपए मिल रहा कहकर फर्जी दस्तावेजों में अंगूठा लगवा लिया गया व केसीसी की स्वीकृति राशि को ब्रांच मैनेजर सहित उक्त सभी आरोपियों के द्वारा निकाल कर गबन कर लिया गया।

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प्रार्थी दिल साय नाग निवासी कुकरीचोली थाना बागबहार के मामले में भी उक्त आरोपियों के द्वारा प्रार्थी दिलसाय नाग के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर दिलसाय नाग की जगह अन्य व्यक्ति ननकी राम राउत की फोटो लगाकर व प्रार्थी दिलसाय नाग का फर्जी हस्ताक्षर कर तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार, अनुराग दास के साथ मिलकर 2 लाख 50 हजार रुपए केसीसी ऋण निकाल लिए थे। उक्त मामले में तात्कालीन सरपंच कुकरीचोली, श्रीमती रूखमणि नाग के द्वारा फर्जी ननकी राम राउत की फोटो को दिलसाय नाग के नाम से सत्यापित किया गया था।

दोनो प्रार्थियों को मामले की जानकारी तब हुई जब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार से केसीसी ऋण वापसी हेतु उनको नोटिस प्राप्त हुआ। इस रिपोर्ट पर थाना बागबहार में आरोपी जनक यादव, गंगा यादव, पीताम्बर यादव, दनार्धन यादव, मोहर साय, लोदो राम,ननकी राम राउत, तत्कालिन महिला सरपंच श्रीमती रूखमणि नाग व तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार अनुराग दास के विरुद्ध जालसाजी, धोखाधड़ी व ठगी हेतु भादवि की धारा 420,467,468 व 120बी के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया था।

विवेचना दौरान पुलिस के द्वारा प्रार्थियों के केसीसी ऋण से संबंधित दस्तावेजों को जप्त कर आरोपियों के लिपि व हस्ताक्षर नमूनों को हस्तलिपि विशेषज्ञ रायपुर परीक्षण हेतु भेजा गया है। जिसमें अपराध सबूत पाए जाने पर मामले के आरोपी जनक यादव, गंगा यादव, पीताम्बर यादव, दनार्धन यादव, मोहर साय, ननकी राम राउत को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है, एक आरोपी लोदो राम की मृत्यु हो चुकी है व तात्कालीन सरपंच श्रीमती रूखमणि नाग माननीय उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत पर है।

सम्पूर्ण प्रकरण में जशपुर पुलिस के द्वारा तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार अनुराग दास की संलिप्तता की जांच की जा रही थी जांच दौरान बैंक मैनेजर अनुराग दास के द्वारा दस्तावेजों की सही से जांच न कर आरोपियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से केसीसी ऋण की रकम निकालने की पुष्टि होने पर जशपुर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में थाना बागबहार की पुलिस टीम के द्वारा आरोपी तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार बागबहार को औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से हिरासत में लेकर वापस लाई है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी बैंक मैनेजर के द्वारा अपराध स्वीकार करने व पर्याप्त अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया है। प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में पत्थलगांव अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, डॉ. ध्रुवेश जायसवाल,थाना प्रभारी बागबहार निरीक्षक अशोक शर्मा,आरक्षक राजेंद्र रात्रे,योगेन्द्र पटेल की सराहनीय भूमिका रही।

अनुराग दास को औरंगाबाद से ढूंढने में पुलिस को सफलता मिली है, अग्रिम कानूनी कार्यवाही की जा रही है

(वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, शशि मोहन सिंह, जशपुर)

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