Jagdalpur : अफसरों ने आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल को भी दिखाया ठेंगा

Jagdalpur :

Jagdalpur आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर की भी नहीं सुनते अफसर
 बाड़ी विकास कार्यक्रम में गड़बड़ी की जांच के आदेश पर अमल नहीं 
मोटे अनाज उत्पादन योजना के नाम पर जमकर की गई बंदरबांट

Jagdalpur जगदलपुर। मोटे अनाज ( मिलेट्स ) उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की पहल को पलीता लगाने वाले बकावंड जनपद पंचायत के अफसरों ने विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल को भी ठेंगा दिखा दिया है।

https://jandhara24.com/news/152482/police-constables-dead-body-found-floating-in-the-pond-the-officers-covered-the-sheet-of-silence/

Jagdalpur  गड़बड़ी की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए विधायक श्री बघेल ने त्वरित कार्रवाई के लिए जनपद पंचायत बकावंड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखा था, जिस पर आज तक अमल नहीं हो सका है। इससे आभास होता है कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी अधिकारी कोई अहमियत नहीं देते।

Climate change – हर घर में खाने की मेज पर भी लड़ना होगा जलवायु परिवर्तन की लड़ाई : PM

Jagdalpur  मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा चलाए गए बाड़ी विकास कार्यक्रम में हुए भ्रष्टाचार के मामले की जांच अब तक शुरू नहीं हो सकी है। इस मामले में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के निर्देश को भी नजरअंदाज कर दिया गया।

Jagdalpur मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर संभाग के आदिवासियों को परंपरागत प्राचीन कृषि प्रणाली से पुनः जोड़कर उन्मुख कोदो, कुटकी, कुल्थी, मक्का, बाजरा जैसे मोटे अनाज के उत्पादन के लिए उन्हें प्रेरित करने संभाग में बाड़ी विकास कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम को नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना से जोड़ा गया है।

Jagdalpur पूर्व में इसके लिए आदिम जाति विकास परियोजना को केंद्रीय मद की राशि आवंटित की गई थी। इसके तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले आदिवासी किसानों को उनकी बाड़ियों को उपजाऊ बनाने और वहां सब्जियों व मक्का की फसल लेने और अन्य भूमि पर कोदो, कुटकी, कुल्थी, बाजरा जैसे मोटे अनाज की खेती करने के लिए अनुदान, कृषि उपकरण एवं बीजों के किट्स उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया था।

जनपद पंचायत के कर्मियों और कुछ जनप्रतिनिधियों ने मिलकर चंद किसानों को स्तरहीन बीज किट और फावड़ा, कुदाल जैसे मामूली औजार देकर उनके नाम से लाखों रु. आहरित कर लिए। बीज किट और औजार आपूर्ति का काम ऐसे जनप्रतिनिधियों को दिया गया था, जो मेडिकल स्टोर, स्टेशनरी शॉप, जनरल स्टोर्स आदि चलाते हैं।

Jagdalpur इन जनप्रतिनिधियों ने किसानों को बीज के एक -दो पैकेट थमा दिए और फर्जी बिल व पावती बनाकर पूरी रकम आहरित कर ली। बस्तर जिले के विभिन्न विकासखंडों की ग्राम पंचायतों में कोदो, कुटकी, मक्का, रागी, बाजरा आदि की खेती के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।

बकावंड जनपद की ग्राम पंचायत कोसमी, उड़ियापाल, मोंगरापाल के किसानों के नाम से बोगस बिल, पावती आदि जमा कर लाखों रुपयों की बंदरबांट कर ली गई है।

कोसमी ग्राम पंचायत में 16 हितग्राही आदिवासी किसानों को कोदो, कुटकी, मक्का रागी के बीज किट तथा बाड़ी सुधार के नाम से फावड़ा, कुदाल, तगाड़ी जैसे मामूली औजारों का वितरण कर हर हितग्राही के नाम पर 16 हजार 500 रु. का आहरण जनपद पंचायत के कर्मियों और जनप्रतिनिधियों ने कर लिया है। किसानों को जो बीज किट और औजार उपलब्ध कराए गए हैं, उनकी कुल कीमत आठ – नौ सौ रु. से ज्यादा नहीं है।

Jagdalpur बकावंड जनपद में हुई गड़बड़ी के मामले में बस्तर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकारियों ने किसी भी कर्मी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

तीन माह पहले विधायक श्री बघेल ने जनपद पंचायत बकावंड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखकर मामले से जुड़े सभी दस्तावेजों, संबंधित कर्मियों और हितग्राहियों की सूची के साथ उपस्थित होने के लिए कहा था। बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

 

Jagdalpur जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने तो

मामले पर संज्ञान लिया और जांच के आदेश भी दिए, लेकिन यह आदेश भी बेअसर रहा। बस्तर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बकावंड जनपद पंचायत के सीईओ को मामले की जांच के निर्देश दिए थे।

जिला पंचायत सीईओ के निर्देश पर किस तरह की कार्रवाई हुई और क्या निष्कर्ष निकला यह अब तक पता नहीं चल पाया है। वहीं जिन कर्मियों के दामन पर भ्रष्टाचार के दाग लगे हैं, वे आज भी अपने पदों पर बने रहकर जनपद पंचायत कार्यालय में मजे से काम कर रहे हैं।

Jagdalpur वहीं दागी जनप्रतिनिधि भी पहले की तरह ही सिर ऊंचा किए घूम रहे हैं। बकावंड मंडल भाजपा के अध्यक्ष धनुर्जय कश्यप ने भी इस मामले की जांच की मांग पुरजोर ढंग से उठाई थी।  कश्यप की आवाज भी अफसरों ने अनसुनी कर दी।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU