शिक्षा, पोषण और कृषि सुविधाओं की स्थिति की ली जानकारी, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम में बच्चों के साथ मध्यान्ह भोजन कर की भोजन गुणवत्ता की जांच
अम्बिकापुर
कलेक्टर विलास भोसकर ने आज लूण्ड्रा विकासखंड के दूरस्थ और आदिवासी बहुल गांवों का दौरा कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत का जायजा लिया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, एसडीएम जे.आर. शतरंज, जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार झा, महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी बसंत मिंज, खाद्य अधिकारी बीएस कामठे , सीसीबी नोडल पीसी गुप्ता, लूण्ड्रा जनपद सीईओ प्रीति भगत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
विद्यालयों और छात्रावासों में सुविधाओं का निरीक्षण
निरीक्षण की शुरुआत कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, लूण्ड्रा से हुई, जहां कलेक्टर ने कार्यालय, छात्रावास के शयनकक्ष, किचन शेड और भोजन व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने गद्दा, बेडशीट, तकिया कवर नियमित रूप से बदलने, शुद्ध पेयजल व्यवस्था हेतु आरओ सिस्टम लगाने और प्रति दिन ताजी हरी सब्जियां बच्चों को परोसने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने छात्रावास में बच्चों को मिलने वाले भोजन का स्वंय स्वाद लेकर गुणवत्ता की जांच की और कमी पाए जाने पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए बीईओ, बीआरसी एवं डीएमसी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को निर्धारित मीनू के अनुसार पौष्टिक भोजन अनिवार्य रूप से दिया जाए। साथ ही, किचन शेड की सफाई, पानी निकासी के लिए नाली निर्माण, और छात्राओं को दिए जा रहे यूनिफॉर्म, साबुन, तेल व सीसीटीवी व्यवस्था की भी जानकारी ली।
खाद-बीज समिति और स्कूलों में की गई व्यवस्था की जांच

कलेक्टर श्री भोसकर ने सहनपुर खाद-बीज सहकारी समिति केंद्र का निरीक्षण कर किसानों की संख्या, ऋण वितरण और बीज उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने सभी पंजीकृत किसानों का शत-प्रतिशत एग्रीस्टैक पंजीयन कराने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने प्राथमिक विद्यालय सहनपुर का निरीक्षण कर किचन शेड, यूनिफॉर्म वितरण, पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता और बच्चों के मिड-डे मील में पौष्टिक आहार की स्थिति देखी।
सहनपुर व नागम गांव के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति, पोषण स्तर, रेडी टू ईट सामग्री की गुणवत्ता और कुपोषण की दरों की जानकारी ली। नागम गांव में उन्होंने विशेष रूप से बरसात के मौसम में फंगल इन्फेक्शन की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य जांच नियमित अंतराल में आयोजित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने चितरपुर के आंगनबाड़ी केंद्र डहूपारा में निरीक्षण कर उन्होंने बच्चों को नियमित हरी सब्जी और अंडा प्रदान करने, तथा कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें विशेष पोषण आहार देने के निर्देश दिए।
अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम में भोजन कर छात्राओं से की चर्चा
कलेक्टर श्री भोसकर ने आदर्श अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने छात्राओं के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन किया और आवासीय आश्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने फॉल सीलिंग की मरम्मत और छात्राओं की अन्य समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्री भोसकर ने कहा कि बच्चों को शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य की सभी मूलभूत सुविधाएं गुणवत्तापूर्वक मिलनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई भी लापरवाही या उदासीनता पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।