Indian government जल संवर्धन व संरक्षण के कार्यों का अवलोकन, समेकित कार्ययोजना बनाकर करें कार्य : कलेक्टर

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Indian government जल संवर्धन व संरक्षण के कार्यों का अवलोकन

Indian government बैकुण्ठपुर। भारत सरकार के जलशक्ती मंत्रालय से दो सदस्यीय दल ने दो दिनों तक कोरिया व एमसीबी जिले मे हुए जल संवर्धन व संरक्षण के कार्यों का अवलोकन किया। कैच दी रेन प्रोग्राम के तहत जलशक्ती मंत्रालय से उपसचिव व नोडल अधिकारी विनय कुमार तथा तकनीकी निदेशक पृथु राज ने कोरिया जिले के साथ ही एमसीबी जिले में भ्रमण कर जल संरक्षण व जल स्रोत संवर्धन के लिए विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्य का जायजा लिया।

Indian government अपने भ्रमण के बाद केंद्रीय दल ने जिले के कलेक्टर विनय कुमार लंगेह की उपस्थिति में जिले के विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ अपने अनुभव व सुझाव साझा किए। केंद्रीय दल के प्रस्तुतीकरण के बाद कलेक्टर कोरिया विनय कुमार लंगेह ने कहा कि हम आगामी समय में सभी विभागों की एक समेकित कार्ययोजना बनाकर कार्य करेंगे जिससे आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा बारिश का पानी हम अपने लिए बचा सकें।

Indian government साथ ही जिले की सिंचाई क्षमताओं में विकास हो सके जिससे किसानों को सीधा लाभ मिल सकें। कलेक्टर लंगेह ने कहा कि जिले का अधिकांश क्षेत्र वन से घिरा हुआ है और रिज टू वैली की दृष्टि से हमारा सर्वाधिक रिज वाला क्षेत्र वनक्षेत्र में आता है। इसलिए वन विभाग की इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका होगी क्योंकि बहते हुए जल के प्रारंभिक चरण से ही इसके संरक्षण की दिशा में कार्य करना आवश्यक है।

उन्होने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को इस दिशा में सचेत होकर कार्य प्रस्ताव बनाने के लिए कहा ताकि उपर की संरचनाओं के आधार पर मैदानी इलाके में अच्छी संरचनाओं को निर्माण हो सके।

इसके पूर्व केंद्रीय दल के प्रमुख उप सचिव विनय कुमार ने बताया कि कैच दी रेन प्रोग्राम के तहत जलशक्ती मंत्रालय द्वारा देश के सभी जिलों को कवर किया जा रहा है। साथ ही सात हजार से ज्यादा विकासखण्ड और ढाई लाख से ज्यादा गांवों को इस अभियान के तहत लिया गया है।

यहां जल संरक्षण के लिए बारिश के जल को रोकने के लिए और परंपरागत जल स्रोतों के उन्नयन के लिए जागरूकता का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर तकनीकी निदेशक पृथु राज ने बताया कि अविभाजित कोरिया में बहुत अच्छा कार्य किया गया है। उन्होंने भूमिगत चट्टानों के साथ ही विभिन्न जल के स्रोत की गणना के अनुसार संरचनाएं बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि तकनीकी दिशा में काम करने से हम ज्यादा से ज्यादा बारिश का जल भूमिगत कर सकते हैं जो हमारे बेहतर भविष्य के लिए उपयोगी होगी।

अपने भ्रमण के दौरान संरचनाओं के तकनीकी यहां जल संवर्धन की दिशा में हो रहे कार्यों की सराहना करते हुए केंद्रीय दल ने आगामी समय में सभी विभागों के आपसी समन्वय और किसी भी तरह की तकनीक साझा करने के लिए आश्वस्त किया। कंद्रीय दल के दोनों अधिकारियों को जिले की ओर से कलेक्टर कोरिया ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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