Indian cricket : फिटनेस के प्रति कोहली का जुनून अद्वितीय

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Indian cricket भारतीय क्रिकेट में एक क्रांति की शुरुआत

 

Indian cricket बेंगलुरु !   रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के क्षमता और अनुकूलन कोच बासु शंकर ने कहा है कि फिटनेस के प्रति विराट कोहली का जुनून अद्वितीय है और उन्होंने अन्य खिलाड़ियों को प्रेरित करके भारतीय क्रिकेट में एक क्रांति शुरू की है।


Indian cricket शंकर ने आरसीबी की ओर से शनिवार को जारी पॉडकास्ट पर कहा, “विराट ने मुझे दीपिका पल्लीकल (भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी और दिनेश कार्तिक की पत्नी) को प्रशिक्षित करते हुए देखा है और उस समय वह शीर्ष 10 में थी। कोहली ने मुझसे कहा कि उन्हें एक क्रिकेटर की तरह नहीं बल्कि एक व्यक्तिगत एथलीट की तरह तैयार किया जाये।

मैंने उनसे कहा कि आपको एक ओलंपिक एथलीट की तरह ट्रेनिंग करनी होगी और मैं तब नोवाक जोकोविच का उदाहरण दिया करता था।”

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Indian cricket उन्होंने कहा, “मैं यह बताते हुए थकता नहीं हूं लेकिन मैंने कभी विराट कोहली जैसा इंसान नहीं देखा। वह हर दिन जीवन की सरल, सबसे उबाऊ चीजें कर सकता है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह (मैदान पर) प्रदर्शन कर रहा है या नहीं। उत्कृष्टता के प्रति वह उत्साह और असाधारण जुनून आश्चर्यजनक है। इससे मुझे अपना काम करने का तरीका उनके सामने रखने में मदद मिली।”


भारतीय टीम के साथ काम कर चुके शंकर ने कहा कि एक बार जब कोहली ने फिटनेस पैटर्न का पालन करना शुरू कर दिया तब अन्य खिलाड़ियों को यह संदेश देना आसान था।


शंकर ने कहा, “लोग हमेशा फोटो फिटनेस के चक्कर में फंस जाते हैं, वे आपको देखते हैं और कहते हैं, हां, वह बहुत फिट दिखता है। लेकिन एक एथलीट की फिटनेस बहुत अलग होती है। हां, विराट बहुत फिट हैं और वह (फिट) दिखते भी हैं। यह उनका सौभाग्य है। लेकिन वह अत्यंत शक्तिशाली भी है।”

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Indian cricket  उन्होंने कहा, “दिनेश कार्तिक के साथ भी यही बात है… क्रिकेट के मैदान पर उनका लचीलापन और मजबूती अविश्वसनीय है। वह ज्यादा चोटग्रस्त नहीं होते, और शायद ही कभी मैदान से बाहर जाते हैं। एक बार कप्तान (भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान कोहली) के साथ काम शुरू करने के बाद बाकी सब आसान हो गया।

मेरा सिद्धांत यह है कि एक बार जब आप एक के साथ काम शुरू करते हैं, तो वह (व्यक्ति) बढ़कर पांच हो जाता है। एक बार आप पांच लोगों के साथ काम करते हैं तो वह बढ़ते-बढ़ते 50 हो जाते हैं और एक बार जब आप 50 के साथ जुड़ जाते हैं तो वह पूरे देश को प्रेरित करते हैं।”

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