Incarnation of god विश्व के कल्याण के लिए भगवान का अवतार

Incarnation of god

Incarnation of god श्री कृष्ण चरित्र का सरस वर्णन

Incarnation of god सक्ती !  चांपा संसार के समस्त प्राणियों का जन्म अपने कर्मों के कारण होता है किंतु भगवान का अवतार होता है केवल करुणा और विश्व के कल्याण के लिए , वे अजन्मा तो कहलाते हैं परंतु विश्व का कल्याण उनके अवतार का लक्ष्य है । भगवान कहते हैं अपने कर्म को सत्कर्म में बदल डालो और यदि कर्म बिगड़ गया तो भगवन नाम से प्रायश्चित भी कर लो ।

Incarnation of god भगवान नाम ही सर्वोपरि है जिस प्रकार वस्तु शक्ति किसी की श्रद्धा की अपेक्षा नहीं करती , वह अपना प्रभाव दिखाती ही है , जैसे आग को छूने वाला जलता है , जहर को पी लेने वाला मरता है , चाहे वह ज्ञान अज्ञान किसी भी अवस्था से क्यों ना हो । चांपा नगर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन श्री कृष्ण चरित्र का सरस वर्णन करते हुए छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भागवताचार्य भागवत किरीट आचार्य राजेंद्र जी महाराज ने यह उद्गार प्रकट किए l


Incarnation of god नगर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में प्रतिदिन हजारों श्रोता सरस कथा दिव्य ज्ञान एवं जीवंत झांकियों के साथ सत्संग लाभ का आनंद प्राप्त कर रहे हैं , आज आचार्य द्वारा पूतना वध , श्री कृष्ण की वैष्णवी माया , नामकरण संस्कार , ऊखल बंधन , कालिया नाग मर्दन , गोवर्धन लीला एवं छप्पन भोग , महाराज की कथा का वर्णन किया गया ।

आचार्य ने बताया कि श्रीमद्भागवत एक अध्यात्म दीप है और इसका आश्रय लेकर मनुष्य भगवत परायण बनते हैं । भागवत की कथा को केवल सुनने के लिए नहीं सुनना चाहिए बल्कि उसे आत्मसात कर अपने जीवन को धन्य करना चाहिए । और श्रीकृष्ण की कथा भागवत का मुख्य उद्देश्य है। जो मनुष्य के विचलित मन को शांत कर दे और हर ले मन की व्यथा श्रीमद्भागवत की कथा ।

पांचवें दिन की कथा का श्रवण लाभ प्राप्त करने पूर्व विधायक एवं हथकरघा संघ अध्यक्ष छत्तीसगढ़ मोतीलाल देवांगन , तमिन्द र् देवांगन पार्षद ,  चंद्र कली शिव कुमार देवांगन ,  सुजाता भक्त राममेहर ,  कविता खेमकरण देवांगन , संतोष कुमार देवांगन , रामचंद्र थावाणी , राजेंद्र सिंह ठाकुर , नंद कुमार देवांगन , अश्विनी कुमार कश्यप ,सुनीता आत्माराम देवांगन ,  जगराम साहू , सोनिया कृष्णा देवांगन ,  मोनिया हरीश देवांगन आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे । भागवत कथा के आयोजक  मीरा पिनाक चंद देवांगन ,  सरिता तुलसी राज देवांगन द्वारा कथा श्रवण करने हेतु आग्रह किया गया है ।

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