पर्यटन के नए दौर में जशपुर : ट्रिप्पी हिल्स जशपुर को बना रहा है एडवेंचर, इको-टूरिज्म और सांस्कृतिक अनुभवों का हब

दिपेश रोहिला

जशपुर । छत्तीसगढ़ का खूबसूरत और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहरों से परिपूर्ण जिला जशपुर अब तेजी से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। यहां के घने जंगल, पर्वतीय क्षेत्र, और अनोखी आदिवासी संस्कृति ने जशपुर को एक विशेष पहचान दिलाई है। इस विरासत को उजागर करने और पर्यटन को नई दिशा देने का कार्य कर रहा है ‘ट्रिप्पी हिल्स’, जो 18 दिसंबर 2019 को जशपुर के दो युवाओं, सौरभ सिंह और प्रवीण कुमार सिंह द्वारा शुरू किया गया था। ट्रिप्पी हिल्स का मुख्य उद्देश्य न केवल पर्यटकों को रोमांचक अनुभव प्रदान करना है, बल्कि उन्हें जशपुर की प्राकृतिक और सांस्कृतिक संपदा से भी जोड़ना है। यह स्टार्टअप एक इको-फ्रेंडली मॉडल के तहत कार्य कर रहा है, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना, पर्यटकों को स्थानीय और अनूठे अनुभव प्रदान करता है।

स्टार्टअप का सफर और प्रेरणा–

ट्रिप्पी हिल्स के संस्थापकों का कहना है कि उनकी प्रेरणा जशपुर की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को विश्व स्तर पर पहचान दिलाना है। उनका उद्देश्य एक ऐसा पर्यटन मॉडल तैयार करना है, जो न केवल पर्यटकों के लिए रोमांचक हो, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन को भी बनाए रखे। ट्रिप्पी हिल्स ने इको-फ्रेंडली दृष्टिकोण अपनाते हुए पर्यटन को प्रकृति के करीब पहुंचाने का प्रयास किया है। इस स्टार्टअप ने जशपुर की प्राकृतिक संपदा जैसे घने जंगलों, पहाड़ियों और जल संसाधनों को भी पर्यटकों के अनुभव का हिस्सा बनाया है, जिससे न केवल पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव मिलता है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी रोजगार मिलता है।

ट्रिप्पी हिल्स की प्रमुख सेवाएं और गतिविधियाँ–

ट्रिप्पी हिल्स मुख्यतः तीन क्षेत्रों में कार्य करता है—इको-टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, और अनुभवात्मक टूरिज्म

1. इको-टूरिज्म
ट्रिप्पी हिल्स का उद्देश्य पर्यटकों को जशपुर की जैव विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य के करीब लाना है। इसके तहत पर्यावरण के अनुकूल गतिविधियाँ जैसे, बर्ड वॉचिंग, और प्राकृतिक स्थल भ्रमण आयोजित किए जाते हैं। इन गतिविधियों से पर्यटकों को पर्यावरणीय स्थिरता का भी ज्ञान मिलता है।

2. एडवेंचर टूरिज्म
रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, और नदी के किनारे कैंपिंग जैसी गतिविधियाँ पर्यटकों के लिए रोमांचक अनुभव साबित होती हैं। जशपुर के प्राकृतिक परिदृश्य में आयोजित इन गतिविधियों के जरिए पर्यटक न केवल जशपुर की प्राकृतिक सुंदरता को देख सकते हैं, बल्कि साहसिक खेलों का आनंद भी ले सकते हैं।

3. अनुभवात्मक टूरिज्म
ट्रिप्पी हिल्स ने जशपुर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करने के लिए अनुभवात्मक पर्यटन का प्रारूप तैयार किया है। पर्यटक यहां स्थानीय व्यंजनों का स्वाद, आदिवासी कला और शिल्प वर्कशॉप्स, और पारंपरिक नृत्य-संगीत का आनंद ले सकते हैं।

स्थानीय समुदाय की भागीदारी और योगदान–

 

स्थानीय समुदाय को रोजगार के अवसर प्रदान कर, ट्रिप्पी हिल्स ने सामुदायिक विकास में अपना योगदान दिया है। स्थानीय गाइड्स, शिल्पकार, और कला-कलाकार ट्रिप्पी हिल्स के साथ जुड़कर न केवल अपने परिवार की सहायता कर रहे हैं बल्कि जशपुर की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित कर रहे हैं। इस स्टार्टअप का उद्देश्य केवल पर्यटकों को आकर्षित करना नहीं है, बल्कि स्थानीय कला और संस्कृति को जीवित रखना भी है। ट्रिप्पी हिल्स स्थानीय कलाकारों के हस्तशिल्प और पारंपरिक उत्पादों को उनके स्टोर पर प्रदर्शित करता है, जिससे स्थानीय शिल्पकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने का मंच मिलता है। साथ ही, यह स्थानीय उत्पादों का उपयोग करके किसानों और शिल्पकारों को आर्थिक समर्थन प्रदान कर रहा है।

भविष्य की योजनाएँ और नवाचार–

आने वाले पाँच वर्षों में ट्रिप्पी हिल्स की योजना है कि जशपुर को छत्तीसगढ़ का प्रमुख पर्यटन स्थल बनाया जाए, जहां पर्यटक प्रकृति, रोमांच, और संस्कृति का अनूठा अनुभव प्राप्त कर सकें। पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए, ट्रिप्पी हिल्स अपने सभी कार्यक्रमों में इको-फ्रेंडली दृष्टिकोण को शामिल कर रहा है। यह स्टार्टअप सोशल मीडिया का भी सक्रियता से उपयोग कर रहा है, जहां पर्यटक जशपुर की प्राकृतिक सुंदरता, गतिविधियों और संस्कृति से परिचित हो सकते हैं। इसके अलावा, कस्टमाइज्ड टूर पैकेज और रील्स / वीडियोस के जरिए ट्रिप्पी हिल्स का उद्देश्य अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना है।

जशपुर का पर्यटन परिदृश्य धीरे-धीरे बदल रहा है और इसका एक बड़ा श्रेय ट्रिप्पी हिल्स के नवाचार और ईमानदार प्रयासों को जाता है। पर्यटकों को एक अद्वितीय और अनोखा अनुभव देने के उद्देश्य से कार्यरत यह स्टार्टअप न केवल जशपुर की सांस्कृतिक धरोहर को सहेज रहा है, बल्कि स्थानीय समुदाय के आर्थिक विकास में भी योगदान दे रहा है।सौरभ सिंह और प्रवीण कुमार सिंह का यह प्रयास न केवल उनके समुदाय को रोजगार दे रहा है बल्कि एक स्थायी पर्यटन मॉडल का भी उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है, जो पर्यटकों को प्रकृति और संस्कृति से जोड़ता है।