@चन्द्रहास वैष्णव
जगदलपुर। कांग्रेस द्वारा बनाई गई जांच दल द्वारा 4 पत्रकारों को फर्जी तरीके से फसाएं जाने को लेकर पूर्व मंत्री व कोंटा विधायक कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया की हमने चारो पत्रकारों से मुलाकात करते हुए सारे घटना क्रम की जानकारी और पत्रकारों के विरुद्ध साक्ष्य सबूतों को देखा।लकमा ने बताया की चारो पत्रकारों को फसाया गया है कोंटा के माफियाओं द्वारा रेत का उत्खनन चल रहा है जिसे प्रदेश की भाजपा की सरकार का संरक्षण मिला है जिससे निडर होकर अवैध उत्खनन का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है इसी उत्खनन का पर्दाफाश करने पहुंचे चारो पत्रकारों को फर्जी तरीके से जेल भिजवाया गया है।
कांग्रेस द्वारा बनाए जांच दल के संयोजक मोहन मरकाम ने बताया की लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया के साथ प्रदेश की भाजपा सरकार और कोंटा शासन प्रशासन के संरक्षण में चल रहे खनिज संसाधनों के माफियाओं के द्वारा षड्यंत्र कर का केस बनाकर जेल में डाला गया जिसका हम विरोध करते है।मरकाम ने बताया की पी विजय और पवन उर्फ सिद्धू भाजपा के वरिष्ठ नेता है जिनका खनिज संसाधनों के अवैध उत्खनन और परिवहन में संलीप्तिकरण है जो लगातार भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में थे, गांजा प्रकरण के साजिश में फंसे कोंटा थाना प्रभारी अजय सोनकर की भी पी विजय और पवन उर्फ सिद्धू के साथ मिलकर चारो पत्रकारों को फसाने में योगदान रहा है। जानकारी देते हुए पूर्व मंत्री कवासी लखमा एवं मोहन मरकाम ने बताया कि अगर पत्रकारों को इंसाफ नहीं मिलता है तो हम विधानसभा के अंदर एवं विधानसभा के बाहर दोनों ही जगह इसकी लड़ाई लड़ेंगे और पत्रकारों को जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता हम उसके साथ उनके साथ खड़े रहेंगे।