:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- नगर में 6.5 किलोमीटर लंबे बन रहे गौरवपथ का निर्माण तेजी से समाप्ति की ओर है । किंतु अभी भी यह सस्पेमन्स बना हुआ है कि नगर में सर्विस रोड व एक अतिरिक्त नाली का निर्माण होगा भी या नही । साथ ही बन चुके डिवाइडरों में जाली निर्माण , स्ट्रीट लाईट हेतु पोल , जगह जगह छोड़े गए क्रॉसिंग को बन्द करने जैसे कार्य अभी बाकी है । अग्रसेन चौक से जयस्तंभ चौक तक डिवाइडर व अग्रसेन भगवान की मूर्ति को कहां शिफ्ट किया जाना है ये बचे हुवे निर्माण कार्य कब चालू होंगे भी या नही यह भी अभी सस्पेंस बना हुआ है ।
गौरवपथ का कार्य अभी पूरा नही हुआ है पर निर्माण कार्यो की गुणवत्ता का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि जगह जगह नालीयो के टूटने विद्युत खम्बो के तिरछा होने व गिरने जैसी गंभीर घटनाएं घट चुकी है । दो दिनों पूर्व ही तेज आंधी बारिश के चलते मुख्यमार्ग पर लगे दो विद्युत पोल घर व ट्रांसफार्मर के ऊपर गिर गया । सौभाग्य यह रहा कि कोई जनहानि नही हुई । इसके साथ ही सरस्वती शिशु मंदिर के सामने दो विद्युत पोल के तिरछा हो जाने व कभी भी गिरने की संभावना से संबंधित समाचार का प्रकाशन शनिवार को किया गया था ।
इस समाचार होने के बाद ठेकेदार व विभाग ने इसे संज्ञान में लेते हुवे तत्काल नगर के अंदर गिरे दोनों पोल को निकालकर पुनः दो नए पोल लगाए गए तो वही तिरछे हो चुके पोल को सपोर्टिंग पोल लगाकर इसे सहारा तो दे दिया गया है पर यह कितने दिन चल पायेगा यह कहना मुश्किल है । इसकी मजबूती अभी भी संदेह पैदा करती है । इस पुल के ठीक नीचे कुरैशी शिक्षक का खेत है खेत से खम्बा लगाकर स्पोर्ट्स किया गया है । कल खेत मालिक आपत्ति करेगा तब क्या होगा यह भी गंभीर विषय है । नगरवासियो का कहना है कि अधिकांश पोल को जिस मानक के हिसाब से लगाना चाहिए था वह मानक व गुणवत्ता का ध्यान नही रखे जाने से लगातार विद्युत खम्बो के गिरने व झुकने की शिकायतें आ रही है । इसी तरह निरंजन अग्रवाल के घर के सामने लगे विद्युत पोल को भी गिरने से बचाने के लिए अस्थायी तौर पर बांध कर रखा गया है ।
धीरे धीरे गौरवपथ का नाम अब विवादित पथ का रूप लेते जा रहा है । जिसका विवाद से छुटकारा ही नही मिल रहा है ।