Corruption : पशु चिकित्सा विभाग में भारी भ्रष्टाचार

Huge corruption in veterinary department

शेड निर्माण पांच वर्ष से अधूरा

जगदलपुर। केंद्र सरकार द्वारा गरीब ग्रामीण किसानों के आर्थिक उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है किंतु इन योजनाओं का लाभ ग्रामीण तक पहुंचने वाले कर्मचारी अपने लाभ के लिए ग्रामीणों तक पहुंचने नहीं दें रहे हैं।

ऐसा ही एक मामला दंतेवाड़ा जिला के पशु चिकित्सा विभाग का सामने आया है। दंतेवाड़ा जिले के ग्राम डेगलरास, मरकानार, टोटापारा आदि ग्रामों में किसानों द्वारा पशु चिकित्सा विभाग में आवेदन किया गया था कि उनकी निजी भूमि पर पशुपालन के लिए शेड का निर्माण किया जाए। आज से 5 वर्ष पूर्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा मौका निरीक्षण कर शेड निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की गई। केंद्र सरकार द्वारा संचालित मनरेगा के तहत 7 हितग्राहियों को पशुपालन के लिए शेड निर्माण के लिए राशि स्वीकृत हुई। हितग्राहियो ने बताया कि 5 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक अधूरे शेड का निर्माण किया गया है। इस निर्माण को लेकर हितग्राहियो द्वारा कलेक्टर दंतेवाड़ा व जिला पंचायत सीईओ से शिकायत की गई है।

शिकायतकर्ता द्वारा 20 रुपए के स्टांप पेपर पर नोटरी के माध्यम से शपथ पत्र तैयार किया गया है और उन्होंने शपथ पत्र के माध्यम से कहा है कि शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत गलत पाए जाने पर उनके ऊपर कारवाई की जाए। उन्होंने पशु चिकित्सा विभाग के सहायक ग्रेड 2 जेपीएस बैस पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा शेड निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किया गया है जिसका निर्माण आज तक अधूरा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि शिकायत पश्चात उन पर शिकायत वापस लेने विभाग के कर्मचारी द्वारा दबाव भी बनाया जा रहा है।

इस संबंध में उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी डॉ. श्यामा मालवी से फोन पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत आई है इस संबंध में दो-तीन दिन के अंदर जांच कर जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

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