Hindi Medium School नवीन आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल ने छात्रों को दिया तगड़ा झटका,अंधकार मय हुआ छात्रों का भविष्य…
Hindi Medium School : नवीन आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल खुलने से अध्यनरत छात्रों का भविष्य अधर में अटकता दिखाई दे रहा है। जरासल कोरिया जिले के सोनहत विकासखण्ड अंतर्गत पूर्व में संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कटगोड़ी को ही नवीन स्कूल के रूप में वर्तमान सरकार ने आत्मा नंद स्कूल का दर्जा दे कर शिक्षा का नए स्तर से सत्र का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में स्वामी आत्मा नंद स्कूल की सीट सीमित है। और क्षेत्र में छात्रों की संख्या अधिक है। जिस कारण एडमिशन मिलना कठिन हो गया है।
आनन फानन
पूरी स्थिति देखी जाए तो आनन फानन में स्वामी आत्मा नंद स्कूल की स्थापना की गई है। पूर्व संचालित स्कूल को ही आत्मा नंद हिंदी मीडियम स्कूल बना दिया गया। स्कूल का सिर्फ नाम बदला है साँथ ही छात्रों के लिए सीट सीमित कर दी गई है इसके अलावा कुछ बदलाव नजर नही आता बाकी स्थिति यथावत है। बस छात्रों के लिए बिन बुलाए मुसीबत बन गया है। यहाँ पढ़ाने वाले शिक्षक वही है जो शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कटगोड़ी में पदस्थ थे। अब छात्र एड्मिसन 11वी कक्षा में एड्मिसन लेने को तड़प रहे है। ये वही छात्र है जिन्होंने वर्ष 2022 – 23 में कक्षा 10 वी की परीक्षा उसी संस्था से की है। और आज उन्हें ही उस स्कूल में एड्मिसन नही मिल रहा जिसका सीधा कारण यही है आत्मा नंद स्कूल खोल सीट सीमित कर देना।
यथा वत होता तो परेशानी नही होती
शासकीय माध्यमिक शाला कटगोड़ी का संचालन यथावत होता तो ऐसे हालात का सामना छात्रों को नही करना पड़ता 8वी,10वी की परीक्षा पास कर आसानी से अगले कक्षा में प्रवेश कर शिक्षा प्राप्त कर सकते थे लेकिन मानो जैसे भविष्य गढ़ने के लिए आत्मा नंद हिंदी मीडियम स्कूल का ग्रहण लग गया हो। अब छात्रों के लिए समस्या ही समस्या है।
छात्रों की समस्या
10वी की परीक्षा पास कर चुके कुशमाहा ग्राम पंचायत 31 छात्रों ने बताया कि हम अच्छे अंकों से 10वी बोर्ड की परीक्षा पास की है। लेकिन अब उसी विद्यालय में एड्मिसन नही हो रहा आत्मा नंद हिंदी मीडियम स्कूल जाने के कारण 11वी कक्षा के लिए लगभग 100 सीट है वो भी फूल हो गई है। दूसरा शासकीय स्कूल घुघरा है । जो लगभग 8 किलोमीटर दूर है और मार्ग बारिस की वजह से कीचड़ रहित गड्ढे है। एक दिन नही पूरे साल भर घर से स्कूल का सफर करना है जो चिंतनीय है। और हम ये सब को दरकिनार कर शासकीय स्कूल घुघरा में एड्मिसन ले भी ले तो जिस सब्जेक्ट की हम पढ़ाई करना चाहते है वो वहाँ पर पढ़ाई नही जाती उस सब्जेक्ट के शिक्षक ही नही है। रुचि जिस सब्जेक्ट में है वो नही मिला तो आर्ट्स और एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर के क्या करेंगे। हमारे परिजनों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नही की अन्यत्र भेज कर हमारी पढ़ाई पूरी करा सके ।
परिजन व छात्रों ने गोहार लगाई
छात्रों व परिजनों ने बताया कि इस बिन बुलाए समस्या के निदान के लिए क्षेत्रीय विधायक व विधायक प्रतिनिधि से गोहार लगाई गई है। लेकिन अभी तक कोई ठोस निर्णय नही आया है। जिससे भविष्य अधर में अटकती हुई और अंधकार मय नजर आने लगा है।
परिजन व छात्र बैठ सकते है धरने पर
परिजन व छात्रों ने बताया कि जल्द हमारी समस्या का निराकरण नही किया गया तो हम सभी जिला शिक्षा अधिकारी बैकुंठपुर कार्यालय के सामने धरने पर बैठेंगे और जब तक हमारी समस्या को गंभीरता से नही समझेंगे निराकरण नही करेंगे तब तक धरने से नही उठेंगे । जिसके लिए प्रभवित सभी परिजनों के साँथ मिल कर विचार विमास किया जा रहा है। जल्द ही हम अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरेंगे।