High Blood Pressure : उच्च रक्तचाप की वजह से उत्पन्न होती हैं हृदय संबंधी समस्याएं: राव
High Blood Pressure : हैदराबाद ! तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव ने कहा है कि उच्च रक्तचाप से हृदय संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
श्री राव ने शुक्रवार को दुर्गम चेरुवु में विश्व हृदय दिवस के मौके पर कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीएसआई), तेलंगाना चैप्टर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उक्त बातें कहीं।
High Blood Pressure : उन्होंने बताया कि पहले जहां संचारी रोग चिंता का विषय थे, वहीं अब गैर-संचारी रोग बढ़ रहे हैं, जिसका मुख्य कारण जीवनशैली में बदलाव, आहार संबंधी आदतें, अपर्याप्त शारीरिक गतिविधि, हानिकारक आदतें और मानसिक तनाव है। उन्होंने हाल ही में किए एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में मधुमेह के मामलों में 24 प्रतिशत और उच्च रक्तचाप के मामलों में 14 प्रतिशत की निदान दर देखी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार सक्रिय रूप से रक्तचाप और मधुमेह के लिए मुफ्त दवाएं उपलब्ध करा रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन स्थितियों का शीघ्र पता लगाना और उपचार करना पुरानी बीमारियों का रोकथाम करना महत्वपूर्ण है, जो हृदय, गुर्दे और यकृत जैसे महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
उच्च रक्तचाप और हृदय की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए श्री राव ने चिंताजनक आंकड़े साझा किए और कहा कि भारत में हर साल लगभग 15 लाख लोग अचानक हृदय गति रुकने के कारण जान गंवाते हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अचानक दिल का दौरा किसी को भी, किसी भी समय पड़ सकता है, चाहे वह किसी भी उम्र का हो। उन्होंने ऐसी आपात स्थितियों के दौरान जीवन बचाने में कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) के महत्व पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि कई लोगों ने जिम जैसे सार्वजनिक स्थानों पर दैनिक व्यायाम करते समय, नृत्य करते समय या बस चलते समय दुखद रूप से अपनी जान गंवाई है। यदि वहां सीपीआर में प्रशिक्षित व्यक्ति मौजूद होते, तो उन्हें बचाने का मौका मिल सकता था। उन्होंने ने चिंता व्यक्त की कि भारत में 98 प्रतिशत आबादी इस जीवन रक्षक तकनीक से अनजान है।
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उन्होंने बताया कि जनहानि को कम करने के लिए मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने राज्य भर में जागरूकता बढ़ाने और सीपीआर प्रशिक्षण प्रदान करने की पहल शुरू की है। इस प्रयास के हिस्से के रूप में, विभिन्न क्षेत्रों के पैरामेडिकल स्टाफ, चिकित्सा कर्मियों, नगरपालिका श्रमिकों, पुलिस, सामुदायिक स्वयंसेवकों, कर्मचारियों, आवासीय अपार्टमेंट के प्रतिनिधियों, कर्मचारियों और वाणिज्यिक परिसर के श्रमिकों को सीपीआर प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है।