Health awareness : व्यक्तित्व विकास एवं स्वास्थ्य जागरूकता का नगर के विभिन्न संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित
Health awareness : सरायपाली ! गत शनिवार विचार क्रांति चलचित्र अभियान जिला दुर्ग के मुख्य संचालक एवं पं. श्रीराम शर्मा आचार्य बहूद्देशीय गौसंरक्षण-संवर्धन एवं स्वावलम्बन संस्थान (ट्रस्ट) जिला दुर्ग के शाखा प्रमुख युवा समाजसेवी प्राणेश विश्वास का आगमन सरायपाली हुआ था|
प्राणेश विश्वास द्वारा साधना, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलम्बन, व्यसनमुक्ति व कुरीति उन्मूलन, नारी-सशक्तीकरण, पर्यावरण व जल संरक्षण, गौविज्ञान एवं गौ आधारित ज़ीरो बजट प्राकृतिक कृषि आदि विषयों पर अनेक डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का निर्माण कर उसे प्रोजेक्टर के माध्यम से विभिन्न ग्रामों व शहरों में निःशुल्क प्रदर्शन कर जन-जागरूकता अभियान विगत दस वर्षों से चलाया जा रहा है|
Health awareness : उनके द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के अनेक स्कूलों व महाविद्यालयों में मुख्य वक्ता के रूप में उक्त विषयों पर कार्यक्रमों का संचालन सतत रूप से किया जा रहा है| इसी श्रृंखला में गत शनिवार को ‘व्यक्तित्व विकास एवं स्वास्थ्य जागरूकता’ कार्यक्रमों शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सरस्वती शिशु मंदिर, एवं भारती इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग में प्राणेश विश्वास मुख्या वक्ता रहे|
उन्होंने अपने कार्यक्रमों में व्याख्यान दिया कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व को दो भागों में बाँटा जा सकता है – पहला बाह्य व्यक्तित्व व दूसरा आंतरिक व्यक्तित्व| बाह्य व्यक्तित्व में व्यक्ति का रूप-रंग, परिधान, बातचीत, व उठने-बैठने का तरीका शामिल रहता है| वहीँ आंतरिक व्यक्तित्व को परिष्कृत करने हेतु चार सूत्र बताये गए हैं – साधना, स्वाध्याय, संयम, व सेवा| साधना से व्यक्तित्व में निखार आता है| साधनाशील व्यक्ति स्वतः ही आनंदित होकर प्रत्येक कार्य को पूर्ण मनोयोग से भलीभांति करता है|
स्वाध्याय से व्यक्ति चिंतनशील होकर सही-गलत का विचार कर कार्य करता है| संयम से व्यक्तित्व में स्थिरता व एकाग्रता विकसित होती है| निःस्वार्थ भाव से सेवा करने पर व्यक्ति में संवेदनशीलता का विकास होता है, जिससे कि वह दूसरों के दुःख-दर्द को समझकर आवश्यकतानुसार उन्हें सहायता करता है| इस प्रकार से वह व्यक्ति देश, समाज, व परिवार में एक सेवाभावी व्यक्ति के रूप में सम्मानित होता है|
स्वास्थ्य जागरूकता विषय पर प्राणेश विश्वास ने उपस्थित विद्यार्थियों को बताया कि पाश्चात्य दुनिया की मजबूरी भरे खान-पान, रहन-सहन, व परिधान को हम भारतीय इसे आधुनिक जीवन शैली मानकर बहुत ही तेजी से अंगीकृत कर चुके हैं, जबकि हमारा भारतीय जलवायु इससे अलग है| यही सबसे बड़ा कारण है कि हम भारतीय शुगर, रक्तदाब, कैंसर, हृदयरोग आदि में पुरे विश्व पटल पर प्रथम स्थान में हैं, और इसके उपचार में प्रतिवर्ष अरबों रूपयों की दवाईयाँ हम सेवन करते हैं| ऐलुमिनियम के बर्तनों का अंधाधुन प्रयोग भी हमें अनेक रोगों से ग्रसित कर रहा है| परतंत्र भारत में देशभक्त क्रांतिकारियों की जल्दी मृत्यु की कामना से अँगरेज़ जेल अधिकारी ऐलुमिनियम के बर्तनों में ही खाना बनवाते और परोसते थे|
विद्यार्थियों को स्वस्थ्य रहने व अध्ययन में एकाग्रता लाने के लिए अनेक योगासनों के बारे में बताया गया| प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर बासी मुँह उकड़ू बैठकर पानी पीने के अनेक स्वास्थ्यप्रद लाभों के बारे में चर्चा की गई| दैनिक भोजन करने के सही तरीके, पानी पीने की मात्रा व उसके अंतराल के बारे में भी बताया गया| विद्यार्थियों को फ्लेक्स एवं गीतों के माध्यम से नशा के दुष्प्रभावों से अवगत कराया और उससे बचने की सलाह दी। भारती नर्सिंग कॉलेज, सरायपाली के बीएससी (नर्सिंग) के विद्यार्थियों व अध्यापकों को ‘ज़ीरो वोल्ट थेरेपी’ के विषय में भी अवगत कराया गया|
Health awareness : उक्त सभी कार्यक्रमों में समाजसेवी विवेक शर्मा, पतंजलि योग लाइफ सेंटर सरायपाली के योगाचार्य अर्जुन कुजूर व योगाचार्य गायत्री पटेल विशेष सहयोगी के रूप में उपस्थित थे| शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरायपाली में प्राचार्य जेपी पटेल एवं समस्त शिक्षकगण व विद्यार्थी, सरस्वती शिशु मंदिर सरायपाली में प्राचार्य केपी साहू, प्रधानाचार्य रमेश प्रधान, वरिष्ठ आचार्य त्रिलोचन कर एवं समस्त शिक्षकगण व विद्यार्थी, भारती इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग सरायपाली में संस्थाप्रमुख विश्वजीत गुप्ता, संचालक राजेश मित्तल, प्रतिभा पब्लिक स्कूल के संचालक अवधेश अग्रवाल एवं महाविद्यालय के समस्त स्टाफ और विद्यार्थी उपस्थित थे|