बलौदाबाजार। जिला प्रशासन बलौदाबाज़ार, वैदिक राज ट्रस्ट और डॉ. दीपक धनेश टिकरिहा के सहयोग से जिला ऑडिटोरियम में डॉक्यूमेंट्री छत्तीसगढ़ के भीम चिंताराम का विशेष प्रदर्शन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 10 से अधिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं सहित लगभग 1200 लोग उपस्थित रहे। कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे के मार्गदर्शन में चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया था।
समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह फिल्म विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व, सामाजिक चेतना, नैतिक आदर्श, शाकाहार एवं सात्विक जीवन शैली के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति और परंपराओं से जोडऩे में सहायक सिद्ध होगी। फिल्म के इस विशेष प्रदर्शन में मुख्य अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि समय की धारा में बहुत से लोग गुमनाम हो जाते हैं, पर चिंताराम जैसे लोकनायक अपने कर्म और परोपकार के बल पर अमर रहते हैं। बलौदाबाज़ार के ग्राम बुडग़हन (करमदा) निवासी चिंताराम टिकरिहा अपनी असाधारण शारीरिक शक्ति और सेवा भाव के लिए प्रसिद्ध थे। 900 एकड़ भूमि के स्वामी होने के बावजूद उन्होंने विद्यालय और सड़क निर्माण हेतु भूमि दान की, 1974 में तुरतुरिया मंदिर का जीर्णोद्धार कराया और असंख्य जरूरतमंदों के विवाह व संस्कारों का खर्च उठाया। इसी कारण उन्हें छत्तीसगढ़ का भीम कहा जाता है।

गौरतलब है कि निर्देशक एस अंशु धुरंधर द्वारा बनाई गई इस डॉक्यूमेंट्री को हाल ही में वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक ऑफ इंडिया ने हाइएस्ट नम्बर ऑफ इंडिविजुअल इंटरव्यूज़ फीचर्ड इन अ बायोग्राफिकल डॉक्यूमेंट्री श्रेणी में सम्मानित किया है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री टंकराम वर्मा ने इस सम्मान को औपचारिक रूप से निर्देशक को प्रदान किया। इस ऐतिहासिक स्क्रीनिंग को लेकर विद्यार्थियों और नागरिकों में गहरी उत्सुकता देखी गई। इस विशेष स्क्रीनिंग में विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, छ.ग. मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष खोड़स राम कश्यप, केन्द्रीय युवा संरक्षक कपिल कश्यप, बलौदाबाजार राज के राजप्रधान सुनीता वर्मा एवं युवाध्यक्ष रघुनंदन बघमार, पलारीराज के राजप्रधान राम खिलावन वर्मा, जनपद अध्यक्ष सुलोचना यादव, गोपाल वर्मा, वरिष्ठ शिक्षक रमाकांत झा, रामाधार पटेल, टेसुलाल धुरंधर व विजय केशरवानी समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।