Government of West Bengal सात प्राथमिक शिक्षक रिश्वत के बदले नौकरी मामले में सीबीआई के समक्ष पेश
Government of West Bengal कोलकाता ! पश्चिम बंगाल सरकार से सहायता प्राप्त स्कूलों में रिश्वत के बदले नौकरी प्राप्त करने के आरोपी सात प्राथमिक शिक्षक बुधवार को कोलकाता के निज़ाम पैलेस स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कार्यालय में जांच अधिकारियों के समक्ष पेश हुए।
यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को दी। सीबीआई ने बांकुरा जिले के सात शिक्षकों को समन भेजा था और सम्मन भेजने के लगभग दो दिनों बाद ही शहर की एक विशेष अदालत के आदेश पर चार आरोपी शिक्षकों को गिरफ्तार किया था। उन्हें दक्षिण कोलकाता के अलीपुर में सीबीआई अदालत के समक्ष पेश किया गया था और पूछताछ की गई थी और उन्हें अदालत के आदेश पर गिरफ्तार किया गया था।
अदालत उन्हें पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग घोटाला में गवाह के रूप में पेश करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी से भी असंतुष्ट थी, जिसमें राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी, कुछ विधायकों और कई वर्तमान एवं पूर्व सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
अदालत को बताया गया कि प्राथमिक विद्यालय के चार शिक्षक, जिन्हें अलीपुर के सीबीआई अदालत द्वारा तलब किए जाने के बाद सोमवार को गिरफ्तार किया गया, उन्होंने नौकरी पाने के लिए तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा से निष्कासित नेता कुंतल घोष को कथित रूप से नौकरी के लिए कम से कम पांच-पांच लाख रुपये दिए थे।
सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूलों में शिक्षण कार्य हेतु अनेक अयोग्य उम्मीदवारों से करोड़ों रुपये रिश्वत के रूप में लिए गए थे जिससे योग्य उम्मीदवारों नौकरी से वंचित रह गए थे।
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सीबीआई ने आरोप लगाया कि जेल में बंद कुंतल घोष और कारोबारी तापस मंडल जेल में बंद तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के करीबी सहयोगी रहे हैं।