:राजकुमार मल:
बलौदाबाजार- भाटापारा: -मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोईयों के लिए अच्छी खबर। खाद्य सुरक्षा, पौष्टिकता और गुणवत्ता की जानकारी तो मिलेगी ही साथ ही नि:शुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
सुधार की पर्याप्त संभावना है मध्याह्न भोजन में। इसे देखते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोईयों को प्रशिक्षण देने की ठानी है। मुख्यालय के आदेश के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने योजना के अनुसार न केवल काम चालू कर दिया है बल्कि जिलों में तैनात खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देशित भी कर दिया है।
जरुरत गुणवत्ता और पौष्टिकता की
मध्याह्न भोजन वैसे तो सही है लेकिन जरुरी गुणवत्ता और पौष्टिकता मानक से अभी भी कम ही है। सुरक्षा को लेकर भी गंभीरता नजर नहीं आ रही है। इसलिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने व्यापक सुधार की जरूरत बताते हुए रसोईयों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण देने की योजना पर काम चालू कर दिया है।
नि:शुल्क प्रशिक्षण
मेसर्स शिक्षा एवं कल्याण समिति, झारखंड मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोईयों को यह प्रशिक्षण देगी। यह संस्था भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षण के लिए अधिकृत है। खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण एवं प्रमाणन शिविर में हिस्सा लेने वाले चयनित रसोईयों को प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। आगे चलकर यह प्रशिक्षित रसोईये अपने अन्य सहयोगियों को भी प्रशिक्षण दे सकेंगे।
मांगे चयनित रसोईयों के नाम
प्राधिकरण के आदेश के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जिला शिक्षा अधिकारी को विस्तार से योजना की जानकारी देते हुए सभी विकासखंड क्षेत्र से चुने गए रसोईयों की सूची भेजने को कहा है ताकि खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण एवं प्रमाणन शिविर में इन्हें प्रशिक्षित किया जा सके। आगे चलकर यही प्रशिक्षित रसोईये अपने सहयोगियों को भी प्रशिक्षित करेंगे।
मुख्यालय के आदेश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी से विकास खंडों से चुने गए रसोईयों के नाम मांगे गए हैं। यह मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा का विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।
-उमेश वर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बलौदाबाजार