बेजुबानों वन्य प्राणियों के लिए जीवनदायी पेयजल व्यवस्था
सारंगढ़ बिलाईगढ़
वन विभाग के द्वारा जिले के गोमरडा अभयारण्य के सारंगढ़ और बरमकेला रेंज में वन्य प्राणियों के प्यास बुझाने के लिए 50 सासर (एक कांक्रीट स्थल) में टैंकर से जल उपलब्ध कराया जा रहा है। वन प्रबंधन का यह पेयजल व्यवस्था बेजुबानों वन्य प्राणियों के लिए जीवनदायी साबित हो रहा है। यह जल स्रोत वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्रय बन गया है, जहां वे बिना किसी खतरे के अपनी प्यास बुझा सकते हैं।जंगल में जल संकट हमेशा से ही एक गंभीर समस्या रहा है, खासकर गर्मियों के दौरान जब पानी के स्रोत सूख जाते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए वन विभाग ने सासर जलस्रोत का निर्माण किया, जो अब वन्य प्राणियों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत बन गया है।

Related News
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में एक साथ कई स्थानों पर छापेमारी की, जिससे हड़कंप मच गया. यह कार्रवाई 190 करोड़ रुपये के ...
Continue reading
मुख्यमंत्री पहुंचे धमतरी के समाधान शिविर में, कमल के हार से मुख्यमंत्री का स्वागत
धमतरी जिले में सौगातों की बारिश, 213 करोड़ रुपये की लागत के विकास कार्याें की घोषणा
54 दिवसीय ‘...
Continue reading
0 मुख्यमंत्री श्री साय भैंसा में आयोजित सुशासन तिहार में ग्रामीणों से हुए रूबरू
0 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के लिए 10 जागरूकता रथों को दिखाई हरी झंडी
0 भैंसा में प्राथमिक स्वास...
Continue reading
कहा- राष्ट्रपति अधिकार क्षेत्र से आगे बढ़ रहे, इकोनॉमी का हवाला देकर कुछ भी करना गलत
वॉशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ को फेडरल ट्रेड कोर्ट ने असंवैधानिक करा...
Continue reading
0 मुख्यमंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नागरिक अभिनंदन समारोह में हुए शामिल
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मंडपम...
Continue reading
गवाहों को प्रभावित न करें,इसलिए छत्तीसगढ़ में रहने पर पाबंदी
EOW मामले में जेल में ही रहेंगे
रायपुरकोयला लेवी घोटाले में आरोपी रानू साहू, सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई और सूर्...
Continue reading
0 मुख्यमंत्री ने बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक ली
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत संयुक्त जिला कार्यालय, बालोद के सभाकक्ष...
Continue reading
0 छत्तीसगढ़ में शिक्षा सुधार की नई पहल: युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और छात्र-केंद्रित बनाने की दिशा में ठोस कदम
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृ...
Continue reading
-सुभाष मिश्रखनिज संपदा की चोरी आम बात है, जब कोई गरीब अपनी जरूरत के लिए इसकी चोरी करता है तो उसे अपनी जान गंवानी पड़ती है। ये कल ही की तो बात है जब कोरबा जिले के एसईसीएल गेवरा ...
Continue reading
रायपुर। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर 29 मई को मुख्यमंत्री निवास, रायपुर में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 11.00 ब...
Continue reading
0 शिक्षकों की तैनाती के बावजूद छात्र नहीं
0 दूरस्थ स्कूलों में शिक्षकों की कमी से गिरा परीक्षा परिणाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तुत युक्तियुक्तकरण रिपोर्ट के ...
Continue reading
दिलीप गुप्ता
सरायपाली। रेजांगला रज कलश यात्रा 26 मई दिन सोमवार को सरायपाली आगमन हुआ। अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा के तत्वावधान में इस पवित्र रज कलश यात्रा का ऐतिहासिक स्वागत नरेन...
Continue reading
इस प्रयास से न केवल बाइसन बल्कि अन्य वन्य प्राणियों जैसे बाघ, तेंदुआ, चीतल भी लाभान्वित हो रहे हैं। उन्हें अब प्यास बुझाने के लिए जंगल के बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे उनकी सुरक्षा भी बनी रहती है। सीमेट से बने इस सासर की खास निगरानी होती है। हर एक सासर का एक प्रभारी नियुक्त किया गया है। टैंकर व वाहन में पानी टंकी रखकर भरता है। व्यवस्था इस प्रकार बनाई गई है कि थोड़ा भी पानी खाली होता है, तत्काल इसकी सूचना प्रभारी के द्वारा दिया जाता है। इसके बाद वन अमला तत्काल पानी भरने के लिए पहुंच जाता है। सासर जल स्रोत के निर्माण से वन्य प्राणियों के जीवन में पेयजल संकट का निवारण हुआ है। यह एक स्थायी समाधान है, जो न केवल प्यास बुझाता है बल्कि वन्यजीवों के संरक्षण में भी मदद करता है। इस पहल से न केवल वन्य प्राणियों को राहत मिली है, बल्कि यह भी साबित होता है कि प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखते हुए हम वन्यजीवों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं।