Food and Drug Administration अमानक और अपमिश्रण के रिकॉर्ड मामले कब आएगा फैसला ?

Food and Drug Administration

राजकुमार मल

 

Food and Drug Administration बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा उपभोक्ताओं के साथ खाद्य एवं औषधि प्रशासन

 

 

 

Food and Drug Administration भाटापारा– कब आएगा फैसला ? उपभोक्ताओं के साथ खाद्य एवं औषधि प्रशासन भी बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा है, यह इसलिए क्योंकि अमानक और अपमिश्रण सहित कई खामियों के लगभग 60 मामले न्यायालय में पेंडिंग है।

खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट या स्तरहीन सामग्री का मिलाया जाना, अब आम हो चला है। समय-समय पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन, तगड़ी जांच और कड़ी कार्रवाई करता है। प्रकरण भी बनाए जाते हैं। सूक्ष्मता और गंभीरता के साथ किया जाने वाला यह काम, तब हताश करने वाला हो जाता है, जब सुनवाई और फैसले में विलंब का दौर चालू होता है। जारी है अभी भी ऐसा होना। लिहाजा जिले में अब तक लगभग ऐसे 60 मामले हैं, जो नतीजे की प्रतीक्षा में हैं।

Food and Drug Administration न्याय की आस में

 

जिला निर्माण के पूर्व और बाद के वर्षों में भी निरंतर जांच के बाद न्यायालय में प्रशासन ने लगभग 60 मामले पेश किए हैं। जिन पर फैसला अब तक नहीं आ पाया है। गुजर रहे बरस में भी कुछ प्रकरण और लगाए जाएंगे लेकिन पूर्व में पेश मामलों में अब तक फैसला नहीं आने से उपभोक्ता के साथ प्रशासन में हताशा नजर आ रही है।

Food and Drug Administration ऐसे मामले ज्यादा

 

न्यायालय में पेश प्रकरणों में ज्यादातर मामले अमानक स्तर की खाद्य सामग्री के हैं। अपमिश्रण के भी मामले हैं। शहरों की बात करें, तो जिला मुख्यालय बलौदा बाजार, भाटापारा और सिमगा इसमें आगे हैं। यही वजह है कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन की नजर में यही शहर जांच के केंद्र में रहते आए हैं। छोटे कस्बे भी हैं लेकिन सुधार नजर आ रहा है।

Food and Drug Administration बढ़ रहा हौसला

 

 

मिलेगी मामूली सजा या होगा अर्थ दंड। या फिर कुछ नहीं होगा, जैसी धारणा के बीच यह कारोबारी क्षेत्र बेखौफ होकर गतिविधियां चला रहा है। लाचार है उपभोक्ता और खाद्य एवं औषधि प्रशासन क्योंकि फैसला अब तक नहीं आया है। इसके बावजूद प्रशासन ने जागरूकता अभियान और सघन जांच एवं कार्रवाईयां जारी रखी हुई हैं। कभी तो आएगा फैसला, कभी तो मिलेगी सजा।

Food and Drug Administration प्रतीक्षा कर रहे हैं

 

खाद्य एवं पेय पदार्थ की जांच और लैब रिपोर्ट के बाद लगभग 60 प्रकरण न्यायालय में पेश किये जा चुके हैं। फैसले की प्रतीक्षा है।

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– उमेश वर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बलौदा बाजार

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