Hi किसान अपने खेत में कितनी ज़मीन पर कौन-सी फ़सल बोई है, इसकी जानकारी पटवारी या लेखपाल द्वारा राज्य सरकार के दस्तावेज़ में दर्ज कराना अनिवार्य है
इसी गिरदावरी की जानकारी के आधार पर ही समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी होना है..
और इसमें गंभीर प्रशासनिक लापरवाही के चलते खाद्य एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा गिरदावरी निरीक्षण के बाद कई विसंगतियों और त्रुटियों के आधार पर 18 पटवारियों के खिलाफ शो कॉज नोटिस जारी करने की तैयारी है. गिरदावरी पश्चात सत्यापन के दौरान 13000 खसरों में से 444 खसरों में धान की फसल नहीं पाई गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह पटवारी की लापरवाही है। इस कारण संबंधित पटवारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
बता दें कि इस मामले में दो पटवारियों, आरंग के ग्राम गुल्लू की पटवारी अनीता सोनी और गौरभांठ के पटवारी दीपक साहू को तहसीलदार ने कारण बताओ नोटिस जारी किया हैं, जिसमें उन्हें 3 दिनों के भीतर जवाब मांगा है. वहीं संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम में निहित प्रावधान के तहत उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है।