घनश्याम तिवारी की गरिमामयी सहभागिता
सक्ती
भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी के सम्मान में भारत मंडपम, नई दिल्ली में एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। देशभर से सहकारिता क्षेत्र के दिग्गजों, इफको परिवार के सदस्यों एवं महिला क्लब की पदाधिकारीगण की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह को अविस्मरणीय बना दिया।
समारोह की अध्यक्षता इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी ने की तथा आयोजन का समन्वय जाग्रत महिला क्लब, इफको की अध्यक्षा रेखा अवस्थी द्वारा किया गया। इस अवसर पर सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदय जोशी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय पचपोर, तथा देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ से घनश्याम तिवारी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे और उन्होंने डॉ. अवस्थी को प्रदेश की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
डॉ. अवस्थी ने इफको में अपने चार दशक से अधिक के कार्यकाल के दौरान संस्था को वैश्विक पहचान दिलाई। उनके नेतृत्व में इफको ने उर्वरक उत्पादन में क्रांति, डिजिटल परिवर्तन, जैविक खेती का विस्तार और नैनो यूरिया जैसे नवाचारों के माध्यम से सहकारिता क्षेत्र को नई दिशा दी। उन्होंने किसानों के हित में नीतियों को धरातल तक पहुँचाने का कार्य किया। अपने विदाई भाषण में डॉ. अवस्थी ने कहा – “यह केवल विदाई नहीं, मेरे जीवन की नई यात्रा की शुरुआत है। इफको मेरा परिवार रहा है और देश का किसान मेरी प्रेरणा।” उन्होंने आगे कहा कि “हमने जब नैनो यूरिया पर काम शुरू किया, तब उसका उद्देश्य केवल एक उत्पाद नहीं था, बल्कि किसानों के लिए एक समाधान खोजना था।”

कार्यक्रम के दौरान इफको महिला क्लब द्वारा सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं और डॉ. अवस्थी को स्मृतिचिन्ह, पुष्पगुच्छ और सम्मान पत्र भेंट किए गए। वक्ताओं ने कहा कि डॉ. अवस्थी का कार्यकाल सहकारिता आंदोलन के लिए एक स्वर्णिम काल रहा है। उनकी सोच और कार्यशैली से आने वाली पीढ़ियाँ प्रेरणा लेती रहेंगी। यह विदाई समारोह केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक युग के सम्मान का प्रतीक बना। डॉ. अवस्थी ने जिस समर्पण, नवाचार और संवेदना से कार्य किया, उसने इफको को विश्व स्तर पर स्थापित किया और सहकारिता को जन-जन से जोड़ा।