कोंडागांव। जनता की समस्याएं सुनने और समाधान का आश्वासन देने वाली जनप्रतिनिधि खुद ही बिना बताए लापता हो गईं, तो घर-परिवार से लेकर पुलिस प्रशासन तक में हलचल मच गई।
मामला ग्राम आलोर खासपारा निवासी एवं जनपद सदस्य श्रीमती रैयमति कोर्राम का है, जो दिनांक 9 जुलाई 2025 को बिना किसी सूचना के घर से रवाना हो गईं। जब कई दिनों तक कोई अता-पता नहीं चला तो उनके पति जयलाल कोर्राम ने दिनांक 16 जुलाई को थाना फरसगांव पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

मामला एक महिला और वह भी जनप्रतिनिधि के गुम होने का था, लिहाजा पुलिस ने इसे हल्के में नहीं लिया। पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव वाय. अक्षय कुमार के निर्देश, एडिशनल एसपी कौशलेन्द्र देव पटेल के मार्गदर्शन व एसडीओपी अभिनव उपाध्याय के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी संजय सिन्दे के नेतृत्व में ऑपरेशन तलाश शुरू किया गया।
तलाश के दौरान सूचना मिली कि महिला जनप्रतिनिधि बस्तर जिले के ग्राम तितरकुटी (थाना परपा) में देखी गई हैं। टीम तत्काल रवाना हुई और मौके पर जाकर श्रीमती कोर्राम से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि वे अपने रिश्तेदार के घर आई हुई थीं। दस्तयाब कर पुलिस ने उन्हें सकुशल परिजनों को सौंप दिया।

परिजनों ने राहत की सांस ली और पुलिस का आभार जताया
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी संजय सिन्दे, सउनि यशवंत सेन, महिला प्र.आर. बीना मण्डावी, आरक्षक मनोज वट्टी, नारायण शार्दुल एवं महिला आरक्षक लक्ष्मी मरकाम की भूमिका सराहनीय रही।