बलौदाबाजार। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई), महिला उद्यमियों, स्व-सहायता समूहों (एसएचजी) और पारंपरिक कारीगरों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने और उनके उत्पादों की बाजार पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से ‘ई-कॉमर्स के माध्यम से बाजार पहुँच विकास’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत सभाकक्ष बलौदाबाजार में किया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार की रैम्प योजना के अंतर्गत आयोजित हुआ, जिसमें जेम पोर्टल (GeM Portal) पर खरीदी-बिक्री की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।

कलेक्टर दीपक सोनी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासनिक कार्य अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर तेजी से हो रहे हैं। विभागों द्वारा सामग्री की ऑनलाइन खरीदी जेम पोर्टल से की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भंडार क्रय नियमों का शत-प्रतिशत पालन और पारदर्शिता अनिवार्य है। खरीदी के दौरान उत्पाद की गुणवत्ता, मात्रा और दर पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही शासन द्वारा 5 जुलाई 2025 को जारी अधिसूचना का पालन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि अन्य पोर्टल्स से भी दरों की तुलना करना आवश्यक है। जेम पर टेंडर प्रक्रिया केवल कार्यालयीन समय और स्थान से ही की जाए।
कार्यशाला में सीएसआईडीसी प्रशिक्षक राकेश कुमार तिवारी ने सरकारी खरीदी पोर्टल पर पंजीकरण, निविदाओं में भागीदारी, उत्पाद कैटलॉग विकास और एमएसएमई को मिलने वाले लाभों की जानकारी दी। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक गुणेश्वरी साहू ने रैम्प योजना की गतिविधियों जैसे उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम, डिजिटल मार्केटिंग और वित्तीय सहायता पर विस्तार से जानकारी साझा की।