रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के गोलापल्ली क्षेत्र में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है। सूत्रों के अनुसार, दोनों पक्षों से हुई गोलीबारी में दो से तीन नक्सली मारे गए हैं तथा कुछ घायल हुए हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
पुलिस को गोलापल्ली इलाके में नक्सलियों की भारी मौजूदगी की खुफिया सूचना मिली थी। इसी आधार पर डीआरजी की टीम जंगल में सर्च ऑपरेशन पर निकली थी। 18 दिसंबर की सुबह जब जवान क्षेत्र में पहुंचे तो माओवादियों ने उन पर हमला बोल दिया। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद सुबह से गोलीबारी का सिलसिला जारी है।
गौरतलब है कि बस्तर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान तेज हो गए हैं। हाल के दिनों में कई सफल ऑपरेशन हुए हैं।
- 3 दिसंबर को दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा पर हुई मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए थे, जिनमें डिविजनल कमेटी मेंबर वेल्ला मोडियम शामिल था। इस घटना में डीआरजी के तीन जवान शहीद तथा दो घायल हुए थे।
- 16 नवंबर को भेज्जी-चिंतागुफा सीमावर्ती क्षेत्र के तुमालपाड़ जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे।
- 11 नवंबर को बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में तीन महिलाओं सहित छह नक्सली मारे गए थे। इनमें मद्देड़ एरिया कमेटी इंचार्ज बुच्चन्ना और शीर्ष नेता पापाराव की पत्नी उर्मिला शामिल थीं। पापाराव भागने में सफल रहा था।
सुरक्षा बलों का अभियान जारी है और क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है।