दिल्ली-NCR में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर DMRC की सख्ती बढ़ी, सभी निर्माण स्थलों पर शुरू की विशेष एंटी-पॉल्यूशन ड्राइव

दिल्ली-NCR में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता को सुधारने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है। राजधानी के मेट्रो निर्माण स्थलों और उनके आसपास के क्षेत्रों में विशेष एंटी-पॉल्यूशन ड्राइव चलाया जा रहा है, जिसमें धूल नियंत्रण, सड़क सफाई और पर्यावरणीय नियमों के पालन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। यह पहल निर्माण के दौरान होने वाले प्रदूषण को रोकने के साथ शहर की सड़कों को साफ-सुथरा रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

निर्माण स्थलों पर सख्त मॉनिटरिंग

DMRC के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि निगम राजधानी में विभिन्न निर्माण स्थलों पर धूल को नियंत्रित करने और स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष अभियान चला रहा है।

  • सड़क किनारे फैले कचरे की नियमित सफाई
  • निर्माण सामग्री को ढककर रखने की अनिवार्यता
  • वाहनों के लिए सक्रिय व्हील-वॉश सिस्टम
  • धूल को रोकने के लिए अतिरिक्त उपाय

इन सभी मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियरों की टीम रोजाना निरीक्षण कर रही है।


आजादपुर से अशोक विहार तक चला विशेष अभियान

5 दिसंबर को DMRC ने आजादपुर–अशोक विहार के बीच विशेष सफाई और मरम्मत अभियान चलाया।
इस दौरान—

  • टूटी फुटपाथों की मरम्मत
  • मिड-रोड हिस्से का सुधार
  • सड़क सौंदर्यीकरण
    जैसे कार्य तेजी से संपन्न किए गए। निरीक्षण में पाया गया कि निर्माण सामग्री पूरी तरह ढकी है और प्रदूषण रोकने वाले सभी उपकरण सुचारु रूप से काम कर रहे हैं।

निर्माण स्थलों पर पर्यावरणीय उपाय और मजबूत किए गए

DMRC पिछले कई महीनों से प्रदूषण नियंत्रण के लिए बहु-स्तरीय प्रोटोकॉल लागू कर रहा है।
इनमें शामिल हैं—

  • धूल नियंत्रण के लिए नियमित पानी का छिड़काव
  • निर्माण सामग्री को कवर करना
  • साइट के आसपास लगातार सफाई
  • वाहनों के टायर धुलवाने की व्यवस्था

इन नियमित उपायों के अलावा DMRC अब विशेष एंटी-पॉल्यूशन ड्राइव भी चला रहा है।


19 किलोमीटर सड़कें DMRC के नियंत्रण में

मेट्रो निर्माण के चलते DMRC के अधीन करीब 19 किमी शहर की सड़कें हैं। संस्था ने इन सड़कों की मरम्मत समय पर पूरी कर ली है ताकि निर्माण गतिविधियों की वजह से प्रदूषण में बढ़ोतरी न हो।


100 से अधिक एंटी-स्मॉग गन तैनात

धूल और स्मॉग को नियंत्रित करने के लिए—

  • निर्माण स्थलों
  • मेट्रो स्टेशनों
  • कार्यालय परिसरों

में 100+ एंटी-स्मॉग गन तैनात की गई हैं। DMRC का पर्यावरण विभाग हर दिन निरीक्षण कर रहा है ताकि सभी ग्रीन नॉर्म्स का पालन सुनिश्चित हो सके।


सीएम के निर्देशों के बाद DMRC और सख्त

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा सभी विभागों को प्रदूषण नियंत्रण नियमों का कठोरता से पालन कराने के निर्देश दिए जाने के बाद DMRC ने भी स्पष्ट किया है कि वह इन दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कर रहा है और प्रदूषण रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है।

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