कलेक्टर के अचानक दिल्ली प्रवास जाने पर किया गया निर्वाचन को स्थगित
चारामा- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अंतर्गत 04 मार्च को जनपद पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होनी थी, जिसके लिए तय समय पर समी 17 जनपद सदस्य जनपद पंचायत कार्यालय चारामा पहुँचे। लेकिन जिला कलेक्टर के दिल्ली प्रवास पर जाने के कारण भानुप्रतापपुर विधानसभा अनर्गत आने वाले जनपद पंचायत चारामा भानुप्रतापपुर और दुर्गकोदल के निर्वाचन को स्थगित किये जाने की जानकारी अचानक रिर्टनिंग आफिसर तहसीलदार चारामा के द्वारा दी गई। एवं चुनाव आगामी 10 मार्च को किये जाने का आदेश जिला कलेक्टर की ओर से जारी किया गया। कलेक्टर के द्वारा जारी किये गये आदेश में कहाँ गया है कि जिला कलेक्टर दिल्ली प्रवास पर है। एवं 07 जनपद पंचायत का एक ही तिथि में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रकिया करने से कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दो चरणो मे चुनाव प्रकिया की जायेगी। जिसमे 04 मार्च को प्रथम चरण में जनपद काकेर नरहरपुर, अंतागढ एव कोयलीबेड़ा मे निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण होगी एव दुसरे चरण 10 मार्च को जनपद पंचायत चारामा, भानुप्रतापपुर एव दुर्गुकोंदल में निर्वाचन प्रकिया पूर्ण होगी। अचानक आये इस आदेश से काग्रेस समर्थित सदस्यो एव काग्रेस नेताओ में आकोश बढ़ गया। कांग्रेस नेताओ ने कार्यालय के सामने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चारामा जनपद चुनाव प्रभारी कांग्रेस नरेन्द्र यादव एंव नगर पंचायत अध्यक्ष भुनेश्वर नागराज ने कहाँ कि प्रदेश की भाजपा सरकार सत्ता का दुरूपयोग कर रही है। भाजपा संविधान और लोकतंत्र की हत्या करने वाला काम कर रही है। जिन जनपद पंचायतो में भाजपा समर्थित जनपद सदस्यो की संख्या ज्यादा है वहाँ वे आज चुनाव करा रहे है। और जहाँ जहाँ काग्रेस की बहुमत है। वहाँ के चुनाव को स्थगित कर दिया गया है। जो कि लोकतंत्र की हत्या है। और जिला कलेक्टर प्रदेश सरकार के दवाब में काम कर रहे है। कलेक्टर के अधिनस्थ अनुविभागीय अधिकारी और तहसीलदार होते है। वे चुनाव को सम्पन्न करा सकते है। आज तक कभी भी किसी निर्वाचन प्रकिया में कलेक्टर कही उपस्थित नही रहते है। उन्हें उनके अधिनस्त कर्मचारी ही रिपोर्ट करते है। ऐसे में आज के निर्वाचन को स्थगित करना जिला कलेक्टर के उपर प्रदेश सरकार के दवाब को स्पष्ट दर्शा रहा है। प्रदेश सरकार जितना भी प्रयास करे, वे चारामा भानुप्रतापपुर और दुर्गुकोंदल जनपद में वे अपनी सरकार नही बना पायेगी, और 10 मार्च को सभी को इंतजार रहेगा।