जनपद सदस्य प्रत्याशी मुकेश साहू पहुंचे गाँव कलमी: श्रीमद् भागवत महापुराण में लिया आशीर्वाद

गाँव कलमी की पावन धरा पर धार्मिक आस्था और भक्ति से ओत-प्रोत श्रीमद् भागवत महापुराण का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं की अपार श्रद्धा देखने को मिली। इस दिव्य आयोजन के अंतर्गत रुक्मिणी विवाह महोत्सव धूमधाम से संपन्न हुआ, जहाँ ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने धार्मिक उल्लास के साथ भाग लिया।

भक्ति और समर्पण का अद्भुत संगम

श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के दौरान रुक्मिणी विवाह का आयोजन बेहद भव्य और हर्षोल्लास से भरा हुआ रहा। पवित्र स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, जिन्होंने पूरे विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन किया और आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति प्राप्त की। इस पावन बेला में गाँव के वरिष्ठ नागरिक, युवक-युवतियाँ, महिलाएँ, और बच्चे सभी ने मिलकर आयोजन को सफल बनाया।

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भक्ति के इस महायज्ञ में आशीर्वाद प्राप्त करने पहुँचे जनपद सदस्य प्रत्याशी मुकेश साहू

गाँव के प्रतिष्ठित समाजसेवी और जनपद सदस्य प्रत्याशी मुकेश साहू भी इस शुभ अवसर पर पहुँचे और पावन स्थल में पहुँचकर चरण वंदन कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है, जो गाँव के लोगों को एक सूत्र में पिरोता है। उन्होंने समस्त ग्रामीणों, बुजुर्गों, माता-बहनों, मित्रों और युवाओं को सादर प्रणाम करते हुए अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं।

गाँव की संस्कृति और भाईचारे की मिसाल

गाँव कलमी का यह आयोजन आपसी भाईचारे, प्रेम और धार्मिक आस्था की मिसाल बना। श्रद्धालुओं के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। कथा में शामिल होने आए लोगों ने न सिर्फ आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किया, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूती प्रदान की।

मुकेश साहू ने भावुक होकर कहा— “नेता नहीं, आपका बेटा।”

यह वाक्य दर्शाता है कि वे राजनीति से ऊपर उठकर जनता के बीच अपनेपन और सेवा की भावना को प्राथमिकता देते हैं।

गाँव के विकास और संस्कृति को बनाए रखने की प्रतिबद्धता

मुकेश साहू ने गाँव के विकास और धार्मिक आयोजनों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जनपद सदस्य के रूप में उनका कर्तव्य केवल बुनियादी सुविधाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में भाईचारे, संस्कृति और परंपराओं को सहेजना भी उनका उत्तरदायित्व है।

“गाँव की उन्नति और संस्कृति की रक्षा के लिए हर कदम पर मैं आपके साथ खड़ा हूँ। समाज सेवा और धार्मिक आस्था मेरे लिए सर्वोपरि हैं।” – मुकेश साहू

गाँव की सेवा, संस्कृति का सम्मान – यही है मुकेश साहू का संकल्प!

भक्ति, सेवा और समर्पण के इस अद्भुत आयोजन ने गाँव को एक नई ऊर्जा और सकारात्मकता से भर दिया, जो भविष्य में भी सामाजिक एकता और धार्मिक आयोजनों की प्रेरणा देता रहेगा।

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