Digital crop survey : ग्राम टेमरी मे स्वछता ही सेवा, वजन त्यौहार,अमृत सरोवर का अवलोकन
Digital crop survey : महासमुन्द ! जिले के तहसील कोमाखान अंतर्गत संपूर्ण 119 ग्रामों में डिजीटल क्रॉप सर्वे का कार्य प्रारंभ किया चूका है। जिसके तहत तहसील कोमाखान के कुल 1,14,000 खसरों में से 3000 खसरों का डिजिटल क्राप सर्वे के तहत सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
सोमवार को तहसील कोमाखान अंतर्गत किये जा रहे डिजिटल क्रॉप सर्वे का निरीक्षण कलेक्टर द्वारा औचक रुप से किया गया, कलेक्टर श्री विनय लंगेह द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के अंतिम सीमा अंतर्गत ग्राम टेमरी में सर्वेयरों द्वारा किये जा रहे सर्वेक्षण के कार्य का निरीक्षण किया गया। उक्त औचक निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत महासमुन्द सी.ई.ओ. श्री एस. आलोक, तहसीलदार बागबाहरा श्री लीलाधर कंवर, तहसीलदार कोमाखान श्री हरीशकान्त ध्रुव एवं जनपद पंचायत बागबाहरा सी.ई.ओ. श्री फकीर चरण पटेल उपस्थित रहे।
Related News
इस दौरान कलेक्टर श्री लंगेह ने खेतों में उतरकर डिजिटल क्रॉप सर्वे का अवलोकन किया।उन्होंने कहा कि निर्धारित समय सीमा में सर्वे का कार्य पूर्ण कर ले। ज्ञात है कि पूरे प्रदेश में डिजिटल क्रॉप सर्वे के मामले में सरायपाली तहसील में सबसे अधिक सर्वे किया गया है।कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि निर्देशानुसार सर्वे का कार्य पूर्ण करें।
डिजिटल सर्वे के तहत हल्का पटवारियों के द्वारा सर्वेयरों को नियमानुसार अधिकतम टास्क दिया जा रहा है। सर्वेयरों द्वारा दिये गये टास्क के तहत संबंधित खसरों (खेतों) में जाकर लॉगिन किया जाकर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। प्रतिदिन तहसीलदार कोमाखान के द्वारा सर्वेयरों को ऑनलाईन जानकारी पूछी जा रही है कि क्या आप अवेलेबल हैं, और जैसे ही सर्वेयरों द्वारा हाँ का जवाब प्राप्त होती है वैसे ही प्लॉट की स्थिति, खसरा नंबर, भूमि-स्वामी का नाम अपने आप फीड हो जाता है।
सर्वेयरों के द्वारा उक्त भूमि पर क्या फसल लगी है उसका तीन फोटो लांगिट्युट और लेटिट्युट के साथ अपलोड किया जा रहा हैं, जिसका हल्का पटवारी द्वारा पर्यवेक्षक के रुप में राजस्व निरीक्षकों के द्वारा सत्यापनकर्ता के रुप में तथा तहसीलदार द्वारा जांचकर्ता अधिकारी के रुप में किया जाकर सर्वे का कार्य पूर्ण किया जा रहा है। उक्त कार्य के अंर्तगत सर्वेक्षकों के द्वारा संपादित सभी खसरे हल्का पटवारी के पास अनुमोदन हेतु प्राप्त हो रहे हैं।
हल्का पटवारी द्वारा उक्त खसरे का अनुमोदन किया जा रहा है, या फिर किसी प्रकार का टेक्निकल परेशानियों की स्थिति में पुनः सर्वेयरों को रिसेंड किया जा रहा है। तहसील कोमाखान अंतर्गत ऐसे खसरों की संख्या नगन्य है. जहाँ मौके पर जाकर सत्यापन किये जाने की आवश्यकता हो। टास्क में प्राप्त भूमियों में सर्वेयरों को संबंधित खसरे की भूमि में किस फसल को बोया गया है, फसल की जींस क्या है, मिश्रित फसल की स्थिति में सभी फसलों का अनुमानित रकबा, सिंचित, असिंचित फसल, एकवर्षीय, बहुवर्षीय, मौसमी फसल की स्थिति की जानकारी ऑनलाईन अपलोड़ की जा रही है, भूमि पड़त होने की स्थिति में उक्त भूमि के रकबे की अनुमानित रकबे की प्रविष्टि सर्वेयरों द्वारा किया जा रहा है।
डिजिटल क्रॉप सर्वे अंतर्गत साफ्टवेयर में जियोरिफेस्ड रकबा के अनुसार सर्वे किये गये रकबा का योग समान होने पर उक्त खसरा का डेटा सुरक्षित होता है। सर्वेयरों को तहसीलदार कोमाखान द्वारा निर्देशित किया गया है कि, किसी भी खसरे के मेंड़ में खड़े होकर उक्त संबंधित भूमि का फोटो नहीं लिया जायेगा, यदि ऐसा किया जाता है जो साफ्टवेयर आसपास के खसरों के लैटलांग को नहीं स्वीकार करेगा, अतः सभी सर्वेयर टास्क में दिये गये खसरों के 10 मीटर अंदर जाकर फोटो कैप्चर करेंगें।
यदि भूलवश सर्वेयर द्वारा टॉस्क में दिये गये खसरें के फसल में धान के स्थान पर गेंहू अथवा अन्य फसल की प्रविष्टि की जाती है, तो संबंधित हल्का पटवारी उक्त प्रविष्टि को तत्काल निरस्त करते हुए पुनः रिसेंड करेंगें, जिस पर सर्वेयर उक्त प्रविष्टि को सुधार करके पुनः हल्का पटवारी को भेजेगा। धान खरीदी का कार्य हल्का पटवारी द्वारा किये गये गिरदावरी के आधार पर किया जाना है।
सोमवार को तहसील कोमाखान अंतर्गत किये जा रहे गया। कलेक्टर ने अपने निरीक्षण के दौरान ग्राम टेमरी में स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत ग्राम का पैदल चलकर भ्रमण किया।उन्होंने यहां पंचायत एवं ग्रामीणों द्वारा किए गए सफाई व्यवस्था की सराहना की। यहां उन्होंने सामुदायिक शौचालय व अन्य स्थानों का अवलोकन किया।कलेक्टर ने कहा कि गांव में सफाई के प्रति जागरूकता से अन्य गांव में भी जागरुकता आएगी।
Digital crop survey : उन्होंने वजन त्यौहार अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर बच्चों को मिलने वाले पौष्टिक आहार के बारे में भी जानकारी ली।उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चों का वजन करना सुनिश्चित हो,तत्पश्चात आकलन कर कुपोषित बच्चों के लिए ठोस कार्य योजना बनाएं। इस दौरान कलेक्टर ने गांव में निर्मित अमृतसर का भी अवलोकन किया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ एस आलोक मौजूद थे।