छत्तीसगढ़ के एकमात्र सेंदरी स्थित मानसिक आरोग्यशाला में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर हाईकोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है। मंगलवार को मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट कमिश्नर राहुल ऋषि और हिमांशु पांडेय की निरीक्षण रिपोर्ट में डॉक्टरों के देर से आने और समय से पहले जाने, स्टाफ की भारी कमी, खराब हाइजीन और मूलभूत सुविधाओं के अभाव का खुलासा हुआ।

हाईकोर्ट ने स्वास्थ्य सचिव को अगली सुनवाई तक पूरी रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।
रिपोर्ट में बताया गया कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड और अन्य जरूरी जांच सुविधाएं नहीं हैं, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टर और स्टाफ दैनिक रूप से केवल 1 से 1.5 घंटे ही उपस्थित रहते हैं, जबकि ड्यूटी समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक निर्धारित है।
कोर्ट ने कहा कि “निगरानी के बावजूद अगर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो रहा है, तो यह बेहद गंभीर चिंता का विषय है।” मामले की अगली सुनवाई तक अस्पताल की स्थिति पर विस्तृत और अपडेटेड रिपोर्ट मांगी गई है।