:राजकुमार मल:
भाटापारा- कोढ़ा 650 रुपए क्विंटल। 50 से 100 रुपए की मंदी के बावजूद उठाव नहीं है। इसी तरह घटते क्रम पर है रफी, जिसमें 1800 रुपए क्विंटल जैसी कीमत बोली जा रही है।
अगले 4 महीने तक पशु आहार में मंदी और कमजोर मांग की संभावना है क्योंकि हरा चारा की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं पशुपालक। हल्की मांग है दलहन पाउडर और खल्ली में लेकिन पशु आहार विक्रेता संस्थानें इसे संतोषजनक नहीं मान रहीं हैं।
सिर्फ कोढ़ा
पूरे साल मांग में रहता है कोढ़ा लेकिन ताजा स्थितियों में उठाव बेहद कमजोर है। फलत: 50 रुपए की टूट आ चुकी है। फिर भी 650 रुपए क्विंटल की दर पर मांग नहीं के बराबर है। हल्की मांग रफी में देखी जा रही है, जिसमें 1800 रुपए क्विंटल जैसी कीमत बोली जा रही है। इसलिए कीमत में और टूट की आशंका से पशु आहार बाजार इनकार नहीं कर रहा है।
मांग की राह देख रहे
चना पाउडर 2900 रुपए और भूसा 2800 रूपए क्विंटल। अरहर पाउडर 2100 रुपए क्विंटल और भूसा 1900 क्विंटल। मूंग और उड़द पाउडर क्रमशः 2300 और 1800 रुपए क्विंटल। ऑफ सीजन की चपेट में आ रही पशु आहार की यह सामग्रियां भी बेहद कमजोर मांग के बीच अच्छी डिमांड की राह देख रहीं हैं। थोड़ी बहुत मांग डेयरियों से है लेकिन उत्साहजनक नहीं है।
अगले 4 माह ऐसे ही
जुलाई से अक्टूबर। यह चार महीने ऐसे ही गुजरेंगे क्योंकि हरा चारा की उपलब्धता बनी रहेगी। छिटपुट खरीदी दलहन पाउडर और खल्ली में बने रहने की धारणा है क्योंकि डेयरियों की मांग इनमें सबसे पहले निकलेगी। खास तौर पर बिनौला और सरसों की खल्ली में यह संभावना इसलिए बनती नजर आ रही है क्योंकि यह 3400 और 2300 रुपए क्विंटल जैसी निम्नतम कीमत पर उपलब्ध है