ACB सरकारी राजस्व अधिकारी के दलाल के घर से नकदी जब्त
ACB जम्मू . ACB भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों ने शुक्रवार को भूमि दस्तावेज जारी करने के एवज में शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में एक राजस्व अधिकारी को गिरफ्तार किया।
ACB एसीबी के प्रवक्ता ने कहा कि टीम ने सरकारी राजस्व अधिकारी के दलाल के घर से नकदी जब्त कर ली है। नायब तहसीलदार अशोक शर्मा को 25 लाख रुपये की मांगने और फर्जी दस्तावेज जारी करने के लिए 1.5 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एसीबी ने जम्मू के अखनूर में नायब तहसीलदार के दलाल रमन गुप्ता के घर से नौ लाख रुपये भी बरामद किये हैं।
ACB प्रवक्ता ने कहा,“अशोक शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज जारी करने के लिए रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी।” उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उन्होंने तत्कालीन पटवारी हलका अखनूर खास अर्थात् रविंदर भगत से पहले मावा करौरा, सुंगल मोड़, अखनूर में स्थित अपनी पत्नी के नाम जमीन कराने के लिए आवेदन किया था।
also read : 2022 Devotees उइके,भूपेश एवं महंत ने रथयात्रा के अवसर पर जगन्नाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना
ACB आरोप है कि अर्जी दाखिल करने के बाद पटवारी रविंदर भगत और नायब तहसीलदार अशोक शर्मा, जो उस समय क्षेत्र में तैनात थे, ने अपने दलाल के माध्यम से शिकायतकर्ता से संपर्क किया और 30 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की।
ACB उन्होंने कहा कि दोनों ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया और मामला 25 लाख रुपये देने पर तय हुआ। उन्होंने कहा, “इसके बाद, दोनों राजस्व अधिकारियों का तबादला कर दिया गया लेकिन नायब तहसीलदार द्वारा अभी भी रिश्वत की मांग की जा रही थी।”
यह भी आरोप लगाया गया है कि शिकायतकर्ता को जमीन के खरीदार चीकू गुप्ता से व्हाट्सएप के माध्यम से सॉफ्ट कॉपी प्राप्त होने के कारण फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया था, क्योंकि कॉपी उसे दलाल द्वारा भेजी गई थी। दस्तावेज की मूल प्रति, जिसे नायब तहसीलदार ने अपने पास रखी थी, शिकायतकर्ता को प्रदान नहीं की जा रही थी क्योंकि वह 25 लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा था।
शिकायतकर्ता के अनुसार नायब तहसीलदार ने रिश्वत की राशि किश्तों में देने की मांग की और साथ ही कहा कि वह पूरी राशि मिलने के बाद ही उसे दस्तावेज देंगे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार ने उन्हें कम से कम डेढ़ लाख रुपये लाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा,“इस पर शिकायतकर्ता ने अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए एसीबी से संपर्क किया, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू हो गई।” उन्होंने कहा इसके बाद एक जाल बिछाया गया जिसके दौरान वर्तमान में घरोटा में तैनात आरोपी को शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।