छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अब भाजपा और चुनाव आयोग के खिलाफ वोट चोरी के मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई के मूड में है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद कांग्रेस ने प्रदेशभर में "वोट चोर, गद्दी छोड़" अभियान की घोषणा की है। आंदोलन तीन चरणों में किया जाएगा, जिसकी शुरुआत 14 अगस्त को कैंडल मार्च से होगी।

पहला चरण: 14 अगस्त को कैंडललाइट मार्च
अभियान के पहले चरण में 14 अगस्त की शाम 8 बजे प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में कैंडललाइट मार्च निकाला जाएगा। इसमें कांग्रेस के सांसद, विधायक, पूर्व जनप्रतिनिधि, पीसीसी व डीसीसी पदाधिकारी, ब्लॉक व मंडल अध्यक्ष, फ्रंटल संगठन और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
डीसीसी को निर्देश दिया गया है कि इस मार्च में आम जनता, छात्र संगठनों, महिला समूहों और युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित कराई जाए।
दूसरा चरण: 22 अगस्त से 7 सितंबर तक राज्यस्तरीय रैलियां
अभियान के दूसरे चरण में “वोट चोर, गद्दी छोड़” के नारे के साथ 22 अगस्त से 7 सितंबर तक राजधानी रायपुर समेत प्रमुख शहरों में राज्यस्तरीय रैलियां आयोजित की जाएंगी। इन रैलियों का नेतृत्व राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय वरिष्ठ नेता करेंगे। सभी जिलों से कांग्रेस संगठन के विभिन्न प्रकोष्ठों और मोर्चा संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
तीसरा चरण: 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक हस्ताक्षर अभियान
आंदोलन के तीसरे चरण में कांग्रेस कथित चुनावी गड़बड़ी के खिलाफ देशभर में पांच करोड़ हस्ताक्षर एकत्र करने का लक्ष्य लेकर चलेगी। यह अभियान 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा। जिला, ब्लॉक और मंडल स्तर के पदाधिकारी हस्ताक्षर अभियान का नेतृत्व करेंगे।
कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि वह चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी और आमजन को साथ लेकर बड़ा जन आंदोलन खड़ा करेगी।