रायपुर। कांग्रेस सांसद शशिकांत सेंथिल ने नेशनल हेराल्ड मामले और मनरेगा योजना को लेकर केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक दबाव बनाने और विपक्ष को डराने के लिए किया जा रहा है। सेंथिल ने कहा कि बीजेपी को न मजबूत विपक्ष चाहिए और न ही स्वस्थ लोकतंत्र, उनका लक्ष्य कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को खत्म करना है।

रायपुर स्थित राजीव भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद सेंथिल ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में अदालत ने कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि निजी शिकायत के आधार पर ईडी ने कार्रवाई की और बिना किसी ठोस अपराध या प्रत्यक्ष लेन-देन के पीएमएलए जैसे सख्त कानून का इस्तेमाल किया गया। उनका कहना था कि बीजेपी का ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का नारा लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने की सोच का हिस्सा है।
सेंथिल ने मनरेगा योजना पर भी केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मनरेगा का मूल उद्देश्य ग्रामीण मजदूरों को रोजगार और सामाजिक सुरक्षा देना था, लेकिन अब इसे सीमित बजट वाली योजना बना दिया गया है। नए प्रावधानों के तहत राज्य सरकारों की मांग पर काम उपलब्ध नहीं कराया जा रहा और केंद्र सरकार तय करेगी कि किस राज्य में कितनी परियोजनाएं चलेंगी। सांसद ने इसे संघीय ढांचे और राज्यों के अधिकारों पर सीधा हमला बताया।
सेंथिल ने चेतावनी दी कि कांग्रेस सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने पड़े थे, उसी तरह मनरेगा से जुड़े जनविरोधी फैसलों को भी वापस लेना होगा। सांसद ने जोर देकर कहा कि मजदूर अपने अधिकारों के लिए लड़ना जानते हैं और सरकार उन्हें कमजोर समझकर दबाने की कोशिश कर रही है।