बिजली बिल वृद्धि पर कांग्रेस ने सरकार को कोसा…कल से करेंगे बिजली ऑफिस का घेराव

                                      :दुर्गानाथ देवांगन:

कोण्डागांव। बिजली दरों में हालिया बढ़ोतरी को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी कोंडागांव ने भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता के दौरान पार्टी पदाधिकारियों ने प्रदेश की जनता विशेषकर किसानों और गरीब तबके के साथ अन्याय किए जाने का आरोप लगाया।

जिलाध्यक्ष बुधराम नेताम ने कहा कि “भाजपा सरकार ने फिर एक बार बिजली उपभोक्ताओं को लूटने का काम किया है।” घरेलू उपभोक्ताओं पर 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट, गैर-घरेलू दरों में 25 पैसे तथा किसानों के कृषि पंपों की दरों में पूरे 50 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है, जिससे पहले से ही संकट झेल रहे किसान वर्ग और अधिक पीड़ित होगा।

“15 साल में दाम दुगुना कर गई भाजपा सरकार”

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा का इतिहास रहा है कि वह सत्ता में आते ही बिजली दरों में बढ़ोतरी करती है। वर्ष 2003 में जहां घरेलू उपभोक्ताओं को 3.30 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलती थी, वही रमन सिंह की सरकार के दौरान यह दर 6.40 रुपये तक पहुंच गई। चुनावी वर्ष में इसे महज 20 पैसे घटाया गया, जो महज़ दिखावा था।

कांग्रेस सरकार ने दी थी बड़ी राहत

पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को जनहितैषी बताते हुए कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि कांग्रेस ने 65 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को 3,240 करोड़ की सब्सिडी दी थी। किसानों को 5 एचपी तक निःशुल्क बिजली, बीपीएल परिवारों को 40 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी गई थी। अस्पतालों और उद्योगों को भी रियायती दर पर बिजली मुहैया कराई गई थी, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को संबल मिला।

जनता भुगत रही है अफसरों और नेताओं की ऐश की कीमत

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के नेता, मंत्री और अधिकारी एसी का मजा ले रहे हैं, जबकि कई सरकारी विभागों और उपक्रमों पर करोड़ों का बिजली बकाया है, जिसकी वसूली आम जनता से की जा रही है।

“कोयला हमारा, पानी हमारा, जमीन हमारी, फिर भी बिजली हमें महंगी क्यों?” – यह सवाल कांग्रेस नेताओं ने सरकार से किया।

अडानी कंपनी से महंगा कोयला, स्मार्ट मीटर से लूट

केंद्र सरकार की नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस ने कहा कि अडानी कंपनी से महंगे दामों में कोयला खरीदा जा रहा है। ग्रीन टैक्स और रेलवे मालभाड़े में बढ़ोतरी के कारण बिजली उत्पादन लागत बढ़ी है, जिसका बोझ आम उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है।

स्मार्ट मीटर के नाम पर अनाप-शनाप बिल थमाए जा रहे हैं, और अब प्रीपेड मीटर की तैयारी कर जनता की जेब में और डाका डालने की योजना बनाई जा रही है।

बिजली कटौती और दर वृद्धि से त्रस्त जनता

प्रदेशभर में अघोषित बिजली कटौती आम बात हो गई है। सरकार 24 घंटे बिजली देने में विफल साबित हो रही है, ऊपर से दरें बढ़ाकर जनता को दोहरी मार दी जा रही है।

कांग्रेस का आंदोलन

जिला कांग्रेस ने ऐलान किया कि भाजपा सरकार के जनविरोधी फैसलों के खिलाफ प्रदेशभर में आंदोलन किया जाएगा। 16, 17 और 18 जुलाई को ब्लॉक स्तर पर बिजली दफ्तरों का घेराव किया जाएगा। 22 जुलाई को जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन और बिजली कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मतलाम, झूमू लाल दीवान, रितेश पटेल, गीतेश गांधी, कपिल चोपड़ा, तरुण गोलछा, सकुर खान, नरेंद्र देवांगन, भंगी पटेल, उमर मेमन, नंदू दीवान सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे.

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