Community Health Center Sonhat : मरीजों को सिर्फ अव्यवस्था ही नजर आती है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनहत का…… पढ़े पूरी खबर
Community Health Center Sonhat : कोरिया ! जिला के अंतर्गत जनपद पंचायत सोनहत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का कुछ भी ठीक नहीं है ना मरीजों को समय पर सही उपचार न ही उन्हें मिलने वाला पोषक आहार और शौचालय भी इतने जर्जर और गंदे हैं कि मरीज की सेहत सुधारने की बजाय और खराब हो जाए यूं तो विकासखंड मुख्यालय का यह एक बड़ा अस्पताल है जहां 42 पंचायत के 104 गांव के मरीज अपना इलाज करने आते हैं लेकिन यहां आने पर उन्हें सिर्फ अव्यवस्था ही नजर आती है !
कई मामलों में तो डॉक्टर के द्वारा अपना पल्ला झाड़ने हुए तुरंत उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है सूत्रों की माने तो यहां के पदार्थ बीएमओ साहब के अपने जलवे हैं उनका बड़ा रुतबा है शायद इसी वजह से विगत कांग्रेस शासन काल में भी अस्पताल में पदस्थ बीएमओ श्रेष्ठ मिश्रा के खिलाफ कई बार सोशल मीडिया व अखबारों के माध्यम से जिम्मेदारों तक खबरें पहुंचाई जाती रही पर नतीजा यह हुआ कि बीएमओ साहब और ज्यादा मनमानी करने लगे यूं तो विकासखंड मुख्यालय में ही बीएमओ के रहने का नियम है !
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लेकिन साहब ने न इसे कांग्रेस शासन काल में फॉलो किया और भाजपा राज्य में तो उनकी और पौ बारह नजर आ रही है अभी भी समय- समय पर अस्पताल में फैली अव्यवस्था और गंदगी की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं लेकिन उनके खिलाफ न ही कोई कार्रवाई होती है ना ही व्यवस्था में सुधार आता है आज भी एक लोकल पत्रकार उद्देश्य साहू के पास एक पीड़ित महिला पहुंची जिसका ड्रेसिंग समय पर नहीं हो रहा था और अस्पताल में गंदगी भी फैली हुई थी जिसकी शिकायत पर पत्रकार उद्देश्य साहू जब अस्पताल में पहुंचे तो वहां पदस्थ नर्स जो की पूर्व विधायक प्रतिनिधि की पत्नी है के द्वारा अस्पताल स्टाफ विजय से कहा गया कि यदि ये वीडियो बनाता है तो इसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट कर देना अब जरा आप सोचिए कि ऐसे में कैसे व्यवस्था सुधरेगी जब सच्चाई दिखाने पर रिपोर्ट करने की धमकी दी जा रही है !
खैर इसमें इनकी गलती नहीं है क्योंकि जब बीएमओ साहब ही इतने बेधड़क हैं कि वह खुद कहते हैं कि हां मैं मुख्यालय में नहीं रहता जिला मुख्यालय से आना-जाना करता हूं और आज तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तब जरा सोचिए स्टॉप तो रंगबाज होंगे ही और उसमें भी पूर्व विधायक प्रतिनिधि की पत्नी है तो शायद रुतबा अभी भी सातवें आसमान पर हो इसीलिए उनके द्वारा खुली धमकी दी जाती है कि अस्पताल में यदि वीडियो बनाओगे तो रिपोर्ट करवा दूंगी !
अब जरा आप ही सोचिए कैसे मैं अस्पताल की व्यवस्था कैसे सुधरेगी कैसे मरीजों को सही और उचित इलाज मिलेगा कैसे उन्हें पोषक आहार मिलेगा कैसे अस्पताल में स्वच्छता कायम रहेगी यदि इसकी सच्चाई पत्रकार को दिखाने पर पुलिस कंप्लेंट करने की धमकी दी जाती है तो इसका सीधा सा मतलब है कि उक्त नर्स को बड़े अधिकारियों का वरदहस्त प्राप्त है सूत्र बताते हैं कि उक्त नर्स की नियुक्ति जीवनदीप समिति से कांग्रेस के शासनकाल में की गई थी और जीवनदीप समिति के अधिकांश सदस्यों को उक्त नियुक्ति के बारे में जानकारी ही नहीं है जीवनदीप समिति के सदस्य वीरेंद्र कुमार साहू बताते हैं कि जमाने से इसकी मीटिंग भी नहीं हुई है और ना ही किसकी नियुक्ति की गई है या किसको निकाला गया है !
Community Health Center Sonhat : इसके संबंध में कोई भी जानकारी अस्पताल प्रबंधन के द्वारा कभी भी समिति के सदस्यों को नहीं दी जाती है। बाहर हाल अब देखना है की खबर चलने के बाद प्रशासन हरकत में आकर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करता है या बीएमओ साहब की रसूख के आगे नतमस्तक हो जाता है।