बीजापुर। बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की चुनौती एक बार फिर सामने आई, जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. बीआर पुजारी और उनकी टीम को रविवार को मन्नूर गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने के लिए उफनती चिंतावागु नदी को नाव से पार करना पड़ा। टीम ने मलेरिया जांच और टीकाकरण अभियान के तहत दुर्गम क्षेत्रों का दौरा किया।
डॉ. पुजारी ने बताया कि मानसून के दौरान नदी पार करना जोखिम भरा होता है, फिर भी स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से उनकी टीम लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भामरागढ़ ब्लॉक में सुंदरावती नदी पार करते समय और अन्य इलाकों में विशेषकर बरसात के मौसम में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने यह भी बताया कि नाव से नदी पार करने के बाद कई क्षेत्रों जैसे बागरिया और गुड्डू में टीम को पैदल ही यात्रा करनी पड़ती है, क्योंकि पथरीले इलाके में नाव संचालन संभव नहीं है। इन चुनौतियों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग मलेरिया नियंत्रण और टीकाकरण जैसी आवश्यक सेवाएं नियमित रूप से पहुंचा रहा है।
डॉ. पुजारी ने कहा कि इंद्रावती नदी के बीच झाड़ियों और ऊबड़-खाबड़ भू-भाग के चलते बारिश के दौरान कुछ क्षेत्रों तक पहुंचना कठिन हो जाता है, लेकिन जलस्तर कम होते ही वहां भी सेवाएं दी जाती हैं।