किश्तवाड़। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में गुरुवार को मचैल माता मंदिर के पास कुदरत ने कहर बरपाया। चिशोती इलाके में बादल फटने से भारी तबाही हुई, जिसमें अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा यात्रियों को रेस्क्यू किया गया है। हादसा उस समय हुआ जब श्रद्धालु हिमालय स्थित माता चंडी के मंदिर की यात्रा पर थे।
घटना की जानकारी मिलते ही राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंच गए और बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि यह घटना काफी बड़ी जनहानि का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन तुरंत हरकत में आया और बचाव टीमें मौके पर रवाना कर दी गईं।
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो और तस्वीरों में यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाते हुए देखा जा सकता है। चिशोती वही जगह है जहां से मचैल माता यात्रा की शुरुआत होती है। हादसे में मारे गए लोगों में CISF के 2 जवान भी शामिल हैं, जबकि 120 लोग घायल बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किश्तवाड़ हादसे पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के साथ उनकी संवेदनाएं हैं और हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि जरूरतमंदों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी और राहत-बचाव कार्य तेज़ी से जारी हैं।