Chhattisgarh State Industries Department कामयाबी मागने से नहीं कर्म करने से मिलती है
डीडीयू में ’नवसृजन एक परिचर्चा का आयोजन
Chhattisgarh State Industries Department : रायपुर। छत्तीसगढ राज्य उघोग विभाग, युनीसेफ, वेदिका फाॅउंडेशन और आज की जनधारा एवं टीवी 27 के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को नवसृजन एक परिचर्चा का आयोजन रायपुर के डीडीयू में किया गया। इस खास कार्यक्रम में प्रदेश भर के महिला उद्यमियों ने भाग लिया और अपनी सफलता का मूलमंत्र दिया। कार्यक्रम में तीन अलग अलग सत्र में पैनालिस्टों के साथ खास बातचीत की गई।
इस अवसर पर जनधारा मीडिया मुख्य अतीथी के रूप में जनधारा मीडिया ग्रुप के प्रधान संपादक सुभाष मिश्रा, वेदिका फाॅउंडेशन के गुंजन चंदेल और यष चंदेल, 80 ग्रुप के चेयरमेन श्रीलोक चंद बरडिया, छत्तीसगढ की लोक गायिका आरू साहू, टीवी 27 के स्टेअ हेड सुरूची मिश्रा मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रवज्जलित कर किया गया। इसके बाद सरकारी योजनाओं का लांचिंग किया गया।
इस कार्यक्रम को आरू साहू ने खास प्रस्तुति ने कार्यक्रम चार चांद लगा दिया। वहीं इस अवसर पर सभी सफल उद्यमियों ने अपनी सफलता का और संधर्ष को बताया। महिलाओं ने बताया कि काम कोई भी छोटा नहीं होता, जरूरत है बस काम करने की। वहीं सफल होने के लिए मेहनत करना जरूरी है बिन मेहनत किए कोई भी इंसान सफल नहीं हो सकता है। इस अवसर पर 100 उद्यमी महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पुनम ऋतुसेन और सुमन ने किया।
सुभाष मिश्रा ने कहा कि आज महिलाओं के लिए परिचर्चा रखा गया है जो सभी के लिए बहुत ही अहम है आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ रही है। ये उनका मेहनह ही है जो उन्हें बुलंदियों तक पहुंचा रही है। वरना आज जो हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उनका कुछ भला नहीं हो रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि हमारे देश में महिलाओं को सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाया है। हरूरी है आज अपने हक की लड़ाई लडने ही और अपने अधिारों को छीनने की। आज यहां कई ऐसी ही महिलाएं मौजूद है। जिन्होंने अपनी मेहनत के बल पर यहां तक पहुंची है।
इस अवसर पर सरकारी योजनाओं पर बात रखते हुए उघोग विभाग के सहायक संचालक प्राचीलाल ने राज्य महिला उद्यमिता नीति के बारे में बताया उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के धोषणा के बाद यह निति प्रदेश के महिलाओं के लिए लागु किया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाएं जितनी सशक्त होंगी, विकास उतनी ही तेजी से होगा। छत्तीसगढ़ सरकार हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नई योजनाओं के निर्माण के साथ ही उन्हें प्रोत्साहन दे रही है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में लघु और कुटीर उद्योग में बड़ी संख्या में महिलाएं काम कर रही है। इसके साथ ही स्व-सहायता समूह के माध्यम से गौठानों, वनोपज संग्रहण सहित अन्य क्षेत्रों में कार्यरत महिलाएं राज्य के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
नवसृजन एक परिचर्चा ” महिला उद्यमिता पर कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में सक्षम बनाना और उन्हें समर्थन प्रदान करना है ताकि वे समाज में अपनी अवधारणाओं को पूरा कर सकें और अपनी स्वतंत्रता सम्पन्न कर सकें। यह प्रोग्राम उन महिलाओं
को प्रोत्साहित करता है जो उद्यमिता के माध्यम से अपने सपनों को पूरा करने के लिए अग्रसर हैं।नवसृजन कार्यक्रम में, उद्यमिता के क्षेत्र में नौकरी देने वाले, संचालकों , बिजनेस गुरुओं और विभिन्न उद्यमिता से संबंधित उदाहरणों के साथ महिला प्रोत्साहित किया जाता है। इसके तहत, उद्यमिता से जुड़े विभिन्न मुद्दों ,चुनौतियों और संभावित नए अवसरों का विचार किया जाता है। साथ ही , महिलाओं को विभिन्न उद्यमिता संसाधनों के बारे में जागरूक किया जाता है, जिससे उन्हें उद्यमिता के फील्ड में अधिक सक्षम बनाने में मदद मिलती है।
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इन विषयों पर हुई परिचर्चा
1. महिला उद्यमिता : चुनौतियाँ और संभावनाएं
2. सफल महिला उद्यमिता की कहानियां और अनुभव
3. संसाधन और बैंकिंग सेवाएं महिला उद्यमिता के लिए
4. सरकारी योजनाएं और अनुदान स्कीम मेंरू विकल्प और अवसर
5. महिला उद्यमिता में तकनीकी उन्नति और इंटरनेट का उपयोग
6. महिला, शिक्षा, स्वास्थ्य व सुरक्षा