Chhattisgarh Pradesh Teachers Federation : स्कूलों में लाईब्रेरी में किताब उपलब्ध है,लेकिन लाइब्रेरियन नियुक्त नहीं हैं -फेडरेशन

Chhattisgarh Pradesh Teachers Federation : स्कूलों में लाईब्रेरी में किताब उपलब्ध है,लेकिन लाइब्रेरियन नियुक्त नहीं हैं -फेडरेशन

Chhattisgarh Pradesh Teachers Federation : स्कूलों में लाईब्रेरी में किताब उपलब्ध है,लेकिन लाइब्रेरियन नियुक्त नहीं हैं -फेडरेशन

कार्यालय छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन
प्रेस विज्ञप्ति

छात्रहित में स्कूलों में ग्रंथपाल की भर्ती आवश्यक है-फेडरेशन

Chhattisgarh Pradesh Teachers Federation : प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा,विद्यार्थियों का हित होगा-फेडरेशन
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी एवं उप प्रान्ताध्यक्ष राजेन्द्र सिंह दद्दा ने जानकारी दिया कि स्कूल शिक्षा विभाग के उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को राज्य शासन के द्वारा प्रतिवर्ष ज्ञानवर्धक पुस्तकों को विद्यार्थी हित के दृष्टिगत भेजा जा रहा है। लेकिन अधिकांश विद्यालयों में विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

 

https://youtu.be/ddCq6Zy4N28

Chhattisgarh Pradesh Teachers Federation : उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के भर्ती नियम 5 मार्च 2019 में ग्रंथपाल (निम्न वेतनमान ) का 1857 पद वेतनमान 5200-20200 + ग्रेड पे ₹ 1900 (लेवल-4) स्वीकृत है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि सन 2008 से ग्रंथपाल ( निम्न वेतनमान) का 2346 पद स्वीकृत हैं। जिसमें केवल 120

कार्यरत हैं एवं 2226 पद रिक्त पड़ा है। जबकि भर्ती नियम में ग्रंथपाल 100 % सीधी भर्ती का पद है। ग्रंथपाल पद पर नियुक्ति के लिए शैक्षणिक योग्यता हायर सेकण्डरी उत्तीर्ण के साथ पुस्तकालय योजना का प्रमाणपत्र आवश्यक है।

Raipur 15 May 2023 : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बलौदाबाजार भाटापारा जिले के ग्राम कडार में आयोजित भेंट-मुलाकात में की गई महत्वपूर्ण घोषणाएं
उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ राज्य के सरकारी स्कूलों में अधिकांश विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आते हैं। विद्यार्थियों को स्कूली पढ़ाई-परीक्षा के साथ-साथ भविष्य के प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए पढ़ने की आदत की महत्वपूर्ण भूमिका है। जोकि पुस्तकालय (लाइब्रेरी) में ही संभव है। उन्होंने बताया कि आर्थिक अभाव

एवं संसाधन की कमी के कारण बहुत से होनहार विद्यार्थी निराश होकर परिवार के जीवन यापन के काम में लग जाते हैं। उनका कहना है कि लाइब्रेरी (पुस्तकालय) विद्यार्थियों को ज्ञान-विज्ञान की जानकारी प्रदान करने में सहायक होते हैं । पुस्तकालय से विद्यार्थियों को पढ़ने का वातावरण और विचारों के आदान प्रदान करने का अवसर एवं सत्संग मिलता है। जोकि विद्यार्थियों को अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं।

उन्होंने बताया कि पुस्तकालय का संचालन सही ढंग से करना विद्यार्थी हित में आवश्यक है। जिसके लिए फेडरेशन ने स्कूलों में ग्रंथपाल की नियुक्ति करने का माँग राज्य शासन से किया है।
सादर प्रकाशनार्थ

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU