बिलासपुर। छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (CIMS) में शनिवार सुबह जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी। उनका यह कदम उस समय आया जब रेडियो विभाग में पदस्थ एक जूनियर डॉक्टर को लैब टेक्नीशियन मनीष कुमार सोनी ने थप्पड़ मार दिया।

जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि घटना के बाद सिम्स प्रबंधन ने लैब टेक्नीशियन को मानसिक तौर पर बीमार घोषित कर दिया और उनकी ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसके बजाय प्रबंधन ने डॉक्टरों पर दबाव डालकर उन्हें काम पर लौटने का आग्रह किया। इस पर नाराज होकर जूनियर डॉक्टरों ने पूरे अस्पताल में काम बंद कर दिया।
हड़ताल के कारण अस्पताल के रेडियो विभाग और संबंधित चिकित्सा सेवाओं में व्यापक व्यवधान देखा गया। डॉक्टरों ने कहा कि ऐसी स्थिति में मरीजों की सुरक्षा और इलाज दोनों प्रभावित होते हैं। उन्होंने सिम्स प्रबंधन से मांग की है कि आरोपी टेक्नीशियन के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए जाएं।
सिम्स प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि केवल जांच ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि जिम्मेदार कार्रवाई भी होनी चाहिए ताकि कर्मचारियों और मरीजों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
यह घटना अस्पताल में कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच तनाव की एक नई झलक पेश करती है और चिकित्सा संस्थानों में कार्यस्थल पर अनुशासन और सुरक्षा की आवश्यकता को दोबारा उजागर करती है।