रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से लागू किए गए जीएसटी ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव को लेकर छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने स्वागत किया है। चेंबर के प्रदेश अध्यक्ष सतीश थौरानी ने इसे उपभोक्ताओं और व्यापारियों दोनों के लिए राहतकारी बताते हुए कहा कि यह सुधार भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

उन्होंने कहा कि पहले जिन वस्तुओं पर 12 से 18% टैक्स लगता था, अब उन पर केवल 5% जीएसटी लागू होगा। वहीं 28% स्लैब वाले कई प्रोडक्ट्स को 18% स्लैब में लाया गया है और कई आवश्यक वस्तुओं को जीएसटी से पूरी तरह बाहर रखा गया है। इससे न सिर्फ MSME और छोटे व्यापारियों को राहत मिलेगी बल्कि उपभोक्ताओं की जेब पर भी बोझ घटेगा।
थौरानी ने बताया कि इस बदलाव का सीधा असर साबुन, डिटर्जेंट, टूथपेस्ट, कपड़े, जूते-चप्पल, मोबाइल एक्सेसरीज़, टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, फर्नीचर, बच्चों के खिलौने, स्टेशनरी, स्कूल बैग, किचन एप्लायंसेज़, मिठाई और पैक्ड फूड प्रोडक्ट्स जैसी रोजमर्रा की चीजों पर पड़ेगा। इनके सस्ते होने से आम ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी और बाजार में मांग भी बढ़ेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि बीमा सेवाओं को जीएसटी से छूट मिलने से मध्यम वर्ग और वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य व जीवन बीमा में बड़ा फायदा होगा। इससे प्रीमियम दरें कम होंगी और लोग अधिक संख्या में बीमा योजनाओं से जुड़ पाएंगे।
चेंबर अध्यक्ष ने कहा कि कर का बोझ घटने से कारोबार में पारदर्शिता आएगी, छोटे व्यापारी भी बड़े बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे और भारतीय उत्पाद विदेशी सामान से टक्कर ले पाएंगे। मांग और उत्पादन बढ़ने से नए उद्योग-धंधों का विकास होगा और लाखों रोजगार अवसर पैदा होंगे।
थौरानी ने इस निर्णय को व्यापार, उद्योग और रोजगार के लिए गेम चेंजर करार देते हुए कहा कि यह सुधार विकसित भारत की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने केंद्र सरकार और वित्त मंत्रालय का आभार जताते हुए कहा कि यह बदलाव लंबे समय तक भारतीय अर्थव्यवस्था को नई गति देगा।