Chhattisgarh Breaking : इंदिरा प्रियदर्शिनी सहकारी महिला बैंक घोटाले का जिन्न एक बार फिर आया सामने

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Chhattisgarh Breaking इंदिरा प्रियदर्शिनी सहकारी महिला बैंक घोटाले का जिन्न एक बार फिर आया सामने

Chhattisgarh Breaking रायपुर !  छत्तीसगढ़ में इंदिरा प्रियदर्शिनी सहकारी महिला बैंक घोटाले का जिन्न एक बार फिर सामने आ गया है. इसको लेकर प्रदेश सरकार काफी सख्त है. सीएम भूपेश बघेल ने इसे लेकर के एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि घोटाले की फिर से जांच की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी. अब प्रदेश में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होना है और इस मामले की जांच आगे बढ़ी तो मुश्किलें बढ़ सकती है….

वही मामले पर बीजेपी विधायक पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री आज तक बोलते रहे बोलते रहे कई आरोप लगाते रहे… हम उनको बधाई देते हैं इस मामले में जांच की शुरूआत तो किए…हिम्मत है तो वे जो आरोप लगाते हैं उसकी भी जांच करवा दें इसकी जांच तो कोर्ट के निर्देश पर हो रहा है…कार्रवाई करें कौन मना किया। ये कुछ भी नहीं कर सकते सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक इस्तेमाल करेंगे चुनाव नजदीक आएगा और कुछ बयान देंगे।

वही इंदिरा सीएम बघेल ने प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले में अजय चंद्राकर की गिरफ्तारी की चुनौती को लेकर कहा:-
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले में आरोपियों की गिरफ्तारी की चुनौती दी थी, जिसे लेकर सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि अजय चंद्राकर चाह रहे हैं कि वह लोग जल्दी अंदर हो जाए। जो विधि सम्मत कार्रवाई है, वो होगी। इसमें किसी को दम दिखाने की क्या बात है। सीएम ने कहा कि अमित जोगी वैसे ही कह रहे हैं मुझे गिरफ्तार करके दिखाओ, लेकिन गए ना जेल? तो अब अजय चंद्राकर का तो नाम नहीं है उसमें लेकिन यदि जांच में जो भी व्यक्ति आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी ।

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अभी तो इन्वेस्टिगेशन के लिए कोर्ट ने आदेश दिया है, हमारी पुलिस के अधिकारी पूरी फाइल का अध्ययन कर रहे हैं और महत्वपूर्ण बात यह है कि गरीबों का पैसा, आम जनता का पैसा मेहनत कर मजदूर व्यापारी किसान उसका पैसा उसमें गया है और वह पैसा डकार गए तो महत्वपूर्ण बात यह है कि वह जो इन्वेस्टर है, जो खाताधारक है, उसका पैसा वापस होना चाहिए और जिन्होंने गरीबों, मजदूरों और किसानों का पैसा दबाया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

महत्वपूर्ण बात ये है कि उन लोगों का पैसा वापस हो वह जहां भी इन्वेस्ट हुआ हो उसकी वसूली की जाएगी पैसा वापस कराया जाएगा लेकिन दुख की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही है 2006 का मामला है और नार्को टेस्ट 2007 में हो गया था लेकिन ना ही जांच कराएं और ना इन्वेस्टर्स को पैसा वापस कराए जैसे चिटफंड कंपनी का पैसा आम जनता का लूट करके लुटेरे भाग गए। उसी तरह इंदिरा प्रदर्शनी बैंक का मामला है इसको भी लूट कर भाग गये और ये उनको शह देते रहे।पैसा वापस भी नहीं हुआ और जो लुटेरे हैं वे आराम से घूम रहे हैं।

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