@प्रीतम दिवाकर
मुंगेली। सरकार की मंशा विकसित भारत बनाने कई जनकल्याणकारी सरकारी योजनाओं का लाभ आखिरी छोर पर बसे लोगों तक पहुंचे और इसका लाभ सभी को मिले। इसलिए दूर वनांचल में बसे बैगा आदिवासी क्षेत्रों में जनमन ग्राम सभाये लेकर जानकारी दिये जा रहे और शासन के जनकल्याण कारी योजना के संबंध जागरूक किया जा रहा है।
जिसमें केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहे है जिन्हें कुछ लोग अफवाहें फैला कर बदनाम करने की साज़िश की जाती है। ऐसा ही एक मामला लोरमी विकास खंड के ग्राम पंचायत बिजराकछार के आश्रीत ग्राम छः ग के आखिरी छोर में बसे 30 परिवार बैगा आदिवासी ग्राम सुलगी का है।
जहां के लोग प्रधानमंत्री आवास योजना में सरपंच के द्वारा हितग्राहियों से राशि मांग करने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया में वायरल किया गया था जिसे उच्च अधिकारियों ने संज्ञान में लेते हुए तत्काल कार्यवाही करने जांच टीम गठित किया गया जंहा लोरमी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी आर घृतलहरे स्वयं ठीम के साथ मौके मे पहुंच कर हितग्राहियों से क्रमवार पूछताछ किया गया।
जहां हितग्राहियों ने किसी प्रकार की राशि लेने देने के बात को सिरे से नकारते हुए कहा कि कुछ लोगो के उकसावे में आकर जबरदस्ती बोलने के लिए उकसाया जंहा भोले भाले बैगा आदिवासीयों ने बोलने की बात तो स्विकारें किन्तु किसी प्रकार लेन देन नहीं करने की बात कही है वंही लोरमी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी आर घृतलहरे ने बताया कि अवास के नाम पर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ विडिओ फुटेज के अधार पर जांच करने ग्राम सुलगी पहुंचे हुए थे।
जहां हितग्राहियों से पूछताछ करने पर किसी प्रकार के लेन देन से इंकार किए हैं। वहीं सभी को शासन के जनकल्याण योजनाओं के संबंध में जानकारी दिया साथ ही सरकारी योजनाओं के लिए जागरूक किया साथ ही किसी प्रकार की समस्या हो तो तुरंत संपर्क करें और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की बात कही है।