नहीं हो रही नालियों की समुचित सफाई
दिलीप गुप्ता
सरायपाली। नगर में झमाझम बारिश ने नगरपालिका के दावों व कार्यो की पहली बरसात में ही पोल खोलकर रख दी है। नालियों में वर्षो से नियमित सफाई के अभाव में जमे दुर्गन्धयुक्त कीचड़ जो कि सड़ गल गए थे पानी के साथ सड़कों घरों, दुकानों व मंदिरों तक पहुंच गए। दुर्गा मंदिर व जयश्री कपड़ा दुकान की लाइन में बनी नालियों की आज काफी विरोध के बाद इतना कीचड़ समय था कि जेसीबी से कीचड़ निकलने का प्रयास किया गया।
जयस्तंभ चौक से मस्जिद के सामने, वन विश्राम गृह, दुर्गा मंदिर व अमृत होटल होते हुवे बहुत पूर्व से निर्मित नाली का निर्माण किया गया है । इस नाली का पानी बड़ा तालाब के पहले एक पुली के माध्यम से विपरीत दिशा में बने खेतो में जाया करता था किंतु दूसरी तरफ के नाले के ऊपर अतिक्रमण कर दुकान लगा दिए जाने व खेत मालिक द्वारा संभवत मन कर दिए जाने के कारण पानी की निकासी बाधित हो रही है जिसकी वजह से वर्षो से इस नाली में कचरा व गंदा पानी भरता गया। लगभग सभी दुकानदारों द्वारा नाले के ऊपर सीमेंट का पट्टा बनाकर लगभग नाली को बन्द कर दिया गया है । वही इस नाली के आसपास अनेक मिस्त्रियों, ठेलों, होटल , किराना व अन्य वे दुकान जहां कचरा अधिक निकलता है। उसे उचित स्थानों पर न फेंककर इसी नाली में ही डाल दिये जाने व निकासी की कोई व्यवस्था नही होने के कारण सभी तमाम कचरे इसी नाली में पड़े पड़े सड़ते रहे व दुर्गन्ध फैलाते रहे। नालियों को सीमेंट के पट्टों से बन्द कर दिए जाने के कारण इसको सफाई भी नहीं हो पा रही थी।
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नगर में एक ही झमाझम बारिश ने वर्षो से जमी गंदगी को बाहर निकलकर नगरपालिका के वायदे, दावों व कार्यशैली की पोल खोल दी। नाली में वर्षो से जमी गंदगी एक ही बार मे बाहर आ गई। गंदगी व कीचड़ भी ऐसी की जेसीबी लगाकर इन मलबो को निकालना पड़ा। उसके बावजूद पानी निकासी के अभाव में अभी भी कचरा व गंदा पानी इन नालियों में भरा है। पुराने बिजली आफिस के सामने अस्थायी नज़ली का निर्माण किया गया था जहां से इस नाली का पानी बहकर दूसरे तरफ के खेतों में निकल जाता था । पर वहां स्थापित टेक्सी स्टैंड वालों ने गाड़ी खड़े करने के कारण अपनी सुविधा को देखते हुवे नाली को ही लगभग बन्द कर दिए जाने से पानी की निकासी संभव नही हो पा रही है।
प्रभावित दुकानदारों ने बताया कि जेसीबी से कुछ दूर तक कार्य करने के बाद क्यों काम बन्द कर दिया गया यह समझ से परे है । जबकि सफाई करने के लिए पर्याप्त समय व उजाला था उसके बावजूद काम बन्द कर दिया गया। इनका कहना है कि जब तक इस नाली के ऊपर बने पाटो को नहीं हटाया जायेगा व नाली में कचरा फेंकने से नही रोक जायेगा व आगे की नाली की पुन: सही तरीक़े से निकासी की व्यवस्था नहीं की जाएगी तब तक समस्या का समाधान संभव नहीं है।