जांजगीर-चांपा जिले के कुछ क्षेत्र में महुआ शराब बनाने एवं परोसने का कार्य बड़े ही धड़ल्ले से किया जा रहा है लेकिन औपचारिकता की कार्यवाही कर दम भरने में जुटे हुए हैं आबकारी इंस्पेक्टर विकासपाल सांडे और उनकी पूरी टीम, आपको बताते चलें महुआ शराब की कार्रवाई के लिए आबकारी विभाग अपने दलबल के साथ पहुंचे और इतनी बड़ी कार्यवाही में एक भी शराब कोच्चिये हाथ नहीं लगे। आबकारी विभाग के इस कार्यवाही से लोगो के जेहन में सैकड़ों सवाल उठने लगे हैं आखिरकार महुआ लाहान पदार्थों को जप्त कर वाहवाही लूटने में लगे आबकारी विभाग की टीम ने शराब कोच्चिये को अभी तक क्यों नही पकड़ पाए और उनके चंगुल से फरार है।
आपको बताते चले जब भी आबकारी विभाग के टीम के ऊपर सवाल खड़े होते है तो उच्च अधिकारियों कि फटकार सुनने के डर से संबंधित इंस्पेक्टर खानापूर्ति की कार्यवाही कर दम भरने लग जाते है ये हम नहीं बल्कि आबकारी विभाग की कार्यवाही साफ बया कर रहा है, एक तरफ तो कार्यवाही करने के दौरान आबकारी विभाग की टीम बड़े पैमाने में महुआ लाहान पदार्थ जप्त कर नष्ट करने की बात कह रहे है, तो दूसरी तरफ इतने बड़े पैमाने में कार्यवाही होती है तो इन आबकारी अधिकारियों के हाथ एक भी शराब कोच्चिये क्यों हाथ नहीं लगे।यह अपने आप में बड़ा प्रश्न वाचक चिन्ह बनकर कर खड़ा करता है..? ऐसे ही कार्यवाही अभी फिर से एक बार आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर विकासपाल सांडे के कुशल नेतृत्व में देखने को मिला जहां खबर प्रकाशन के बाद अधिकारियों की फटकार सुनने के डर से खानापूर्ति की कार्यवाही करते हुए चंद महुआ लाहान पदार्थ को नष्ट कर वाहवाही लूटने में लगे हैं आबकारी विभाग के अधिकारी।