CG Excise Department : आबकारी विभाग द्वारा वाहवाही लूटने के लिए चुनिंदा जगहों में ही अवैध शराब पर कार्यवाही।
क्षेत्र में आबकारी विभाग के कार्य शैली पर उठ रहे सवाल?
अनिता गर्ग
CG Excise Department : धर्मजयगढ़ :– विकासखंड धर्मजयगढ़ में अवैध शराब बिक्री थमने का नाम नही ले रहा है यंहा आएदिन तो कच्ची शराब बिक्री और विदेशी शराब कोचियों पर कार्यवाही तो होती है पर अबतक ये बाज नही आ रहे है।
CG Excise Department :यू तो शासन के गाइडलाइन अनुसार पाव में 16 पीस ओर बॉटल में 4 बॉटल ही शराब एक व्यक्ति को देना रहता है पर धरमजयगढ़ क्षेत्र के विदेशी मदिरा दुकान का बात ही कुछ निराला है
जिसके वजह से तो क्षेत्र में मानो अवैध शराब की धार ही बह रहा है क्षेत्र में 1-2 ढाबो को छोड़कर सभी ढाबो में शराब बिक्री हो रहा है।
आपको बतादे की छाल क्षेत्र कोल माइंस क्षेत्र है जिसके वजह से यंहा भाड़ी ट्रेलर वाहनो का आना जाना लगा रहता है खेदापाली धुलचौक के पास लात खुली खदान में कोयला लोड करने जा रहे वाहनों का प्रवेश द्वार है
वही धुलचौक में ठेला और ढाबो में अवैध कच्ची शराब और विदेशी शराब का बिक्री होने से यंहा ट्रेलर वाहन चालक भी इसका सेवन करते है और हाटी से खरसिया और घरघोड़ा मार्ग में फर्राटे भरते है जिससे कि आएदिन क्षेत्र में हादसे भी होते रहते है।
आखिर कौन देता है इतनी भाड़ी मात्रा में विदेशी शराब बेचने को ढाबा संचालको और ठेला वालो को…..?
लगातार हो रहा जिले में अवैध शराब बिक्री पर कार्यवाही फिर भी तस्करो द्वारा अवैध शराब बिक्री थमने का नाम नही ले रहा है। आबकारी विभाग से ज्यादा पुलिस विभाग द्वारा अवैध शराब बिक्री पर कार्यवाही किया जा रहा है
जिससे कि आबकारी विभाग पर संदेह होने जाहिर सी बात है। जब हमारे संवाददाता द्वारा इस विषय पर जानकारी जुटाना शुरू किया तो पता चला कि जितने भी अत्यधिक अवैध शराब तस्करी पंकरण बनते है
वो शराब दुकान से महज 200 से 300 मीटर की दूरी में ही बनते है जिससे तो साफ जाहिर होता है कि इन तस्करो को कौन इतने ज्यादा संख्या में शराब देता है । साथ यह बात भी पता चला कि विदेशी ।
जिससे वो खुलेआम दारू बेचवाते है।जो कि समाज के लिए गलत है इन तस्करो के साथ उस मदिरा दुकान के जिम्मेदार कर्मचारियों पर भी कार्यवाही जरूरी है तभी जाकर अवैध शराब बिक्री पर लगाम लगाया जा सकता है ।